Punjab: भगवंत मान चुने गए विधायक दल के नेता, इस तारीख को मुख्यमंत्री पद की लेंगे शपथ

64

चंडीगढ़ः पंजाब विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी की मिली प्रचंड जीत के बाद आप पार्टी के नवनिर्वाचित विधायकों ने भगवंत मान को विधायक दल का नेता चुन लिया है। अब मान आज राज्यपाल से मुलाकात करके सरकार बनाने का दावा पेश करेंगे। बता दें कि पंजाब में 117 विधायकों वाली विधानसभा में सरकार चलाने के लिए 59 सीटों पर जीत की जरुरत है। आम आदमी पार्टी को 92 सीटों पर जीत मिली है। अब 16 मार्च को भगवंत मान मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे। इससे पहले 13 मार्च को आप के मुखिया अरविंद केजरीवाल और भगवंत मान अमृतसर में रोड शो करेंगे।

ये भी पढ़ें..Punjab: सिर्फ तीन सीटों पर सिमटी अकाली दल, हार पर मंथन करने के लिए बुलाई बैठक

वहीं चुनाव जीतने के बाद शुक्रवार को भगवंत मान पहले दिल्ली गए जहां उन्होंने अरविंद केजरीवाल तथा दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया से मुलाकात की। उधर मुलाकात के बाद अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट कर कहा, ”मेरा छोटा भाई भगवंत मान पंजाब के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेगा। आज वे शपथ ग्रहण का न्यौता देने मेरे घर आए। मुझे पूरा भरोसा है कि भगवंत एक मुख्यमंत्री के तौर पर पंजाब के लोगों की हर उम्मीद को पूरा करेंगे।”

16 मार्च को शपथ ग्रहण समारोह

दिल्ली से लौटने के बाद देर शाम को मोहाली के एक होटल में विधायक दल की बैठक हुई। पार्टी प्रभारी जरनैल सिंह एवं सह प्रभारी राघव चढ्डा की मौजूदगी में हुई बैठक में सभी विधायकों ने भगवंत मान को विधायक दल का नेता चुना गया। विधायक दल का नेता चुने जाने के बाद भगवंत मान ने बताया कि वह शनिवार को सुबह 10 बजे राज्यपाल बनवारी लाल पुरोहित से मुलाकात करके सरकार बनाने के लिए दावा पेश करेंगे। उन्होंने कहा कि 13 मार्च को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के साथ अमृतसर जाकर दरबार साहिब में माथा टेका जाएगा। इसके बाद 16 मार्च को शहीद भगत सिंह के पैतृक गांव खटकड़ कलां में शपथ ग्रहण समारोह का आयोजन किया जाएगा।

अकाली दल ने की समर्थन की पेशकश

जबकि शिरोमणी अकाली दल के अध्यक्ष सरदार सुखबीर सिंह बादल ने पंजाब में आम आदमी पार्टी को अगर कहीं भी भगवंत सिंह मान को आवश्यकता होने पर अपनी पार्टी के पूरा समर्थन की पेशकश की है। उन्होंने आने वाले मुख्यमंत्री और उनकी पार्टी को बधाई और शुभकामनाएं देते हुए कहा कि पंजाब, पंजाबी और पंजाबियत के लिए प्रतिबद्ध एक जिम्मेदार पंथक पार्टी के रूप में अकाली दल पंजाबियों की भलाई और समृद्धि को बढ़ावा देने और धार्मिक, क्षेत्रीय और नदी के मुददों पर राज्य के हितों की रक्षा के उपायों में नए मुख्यमंत्री का समर्थन करने के लिए पूरी तरह समर्थन करेगा।

सीएम चन्नी ने स्वीकार किया जनादेश

वहीं हार के बाद पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने राज्यपाल बनवारीलाल पुरोहित को अपना इस्तीफा सौंप दिया। राज्य में कांग्रेस 18 सीटों पर सिमट गई है। हार के बाद पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने जनादेश को स्वीकार करते हुए नई सरकार से आग्रह किया है कि पिछले 111 दिन के कार्यकाल में जनहित में लिए गए फैसलों तथा जनहित में लागू की गई योजनाओं को जारी रखा जाए। पंजाब में कांग्रेस के चुनाव हारने के बाद शुक्रवार को मुख्यमंत्री ने कैबिनेट की बैठक बुलाई जिसमें सभी मंत्रियों का इस्तीफा लिया गया। चन्नी कैबिनेट की अंतिम बैठक में नई सरकार को बधाई देने का प्रस्ताव पारित करते हुए कहा कि 111 दिन के कार्यकाल के दौरान चन्नी सरकार ने पंजाब में बिजली तथा पेट्रोल के रेट कम किए गए। रेत के दाम कम किए गए।

(अन्य खबरों के लिए हमें फेसबुक और ट्विटर  पर फॉलो करें व हमारे यूट्यूब चैनल को भी सब्सक्राइब करें…)