पुलिस ने फैक्ट फाइंडिंग टीम को संदेशखाली जाने से रोका, हंगामे के बाद हिरासत में लिए गए

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Sandeshkhali Case:  उत्तर 24 परगना के संदेशखाली में मानवाधिकार उल्लंघन की जांच करने जा रही स्वयंसेवी संस्था फैक्ट फाइंडिंग टीम को पुलिस ने एक बार फिर रोक दिया है। इस टीम में पटना हाईकोर्ट के सेवानिवृत्त मुख्य न्यायाधीश एल नरसिम्हा रेड्डी, पूर्व आईपीएस अधिकारी, वकील समेत छह सदस्य शामिल हैं। इस प्रतिनिधिमंडल को धारा 144 लागू होने का हवाला देते हुए संदेशखाली से 52 किमी पहले दक्षिण 24 परगना के भोजेरहाट में रोक दिया गया। तथ्यान्वेषी टीम के सदस्य वहीं सड़क पर बैठ गए।

हंगामे से यातायात ठप

इस हंगामे और पुलिस की नाकेबंदी के कारण बसंती हाईवे पर यातायात लगभग ठप हो गया। बाद में पुलिस ने उन्हें हिरासत में ले लिया और एक वाहन में डालकर कोलकाता पुलिस मुख्यालय, लाल बाजार ले आई। टीम के सदस्यों ने दावा किया कि उन्हें अवैध रूप से हिरासत में लिया गया है। उल्लेखनीय है कि इंडियन सेक्युलर फ्रंट (आईएसएफ) की नेता आयशा बीबी को तृणमूल नेता शिवप्रसाद हाजरा की कंपनियों को जलाने में कथित संलिप्तता के आरोप में रविवार को गिरफ्तार किया गया है।

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एक महीने से अधिक समय से चल रहा विरोध

एक अधिकारी ने यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि पुलिस ने वहां तोड़फोड़ में कथित संलिप्तता के लिए कुछ ग्रामीणों को भी हिरासत में लिया है। हालांकि, अधिकारी ने हिरासत में लिये गये ग्रामीणों की संख्या का खुलासा नहीं किया। कोलकाता से करीब 100 किलोमीटर दूर सुंदरबन सीमा पर स्थित संदेशखाली में जमीन कब्जाने और यौन शोषण के आरोप में तृणमूल नेता शाहजहां शेख के खिलाफ एक महीने से ज्यादा समय से विरोध प्रदर्शन चल रहा है। शाहजहां शेख फिलहाल फरार है।

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