मुंबई: मराठी फिल्म हर-हर महादेव का विरोध करने पर पूर्व मंत्री जीतेंद्र आव्हाड सहित राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के 100 कार्यकर्ताओं के विरुद्ध ठाणे में मामला दर्ज किया गया है। फिल्म का विरोध देखते हुए निर्देशक अभिजीत देशपांडे को पुलिस की सुरक्षा मुहैया कराई गई है। उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि उन्होंने इस फिल्म को नहीं देखा है, इसलिए फिल्म के बारे में कोई प्रतिक्रिया नहीं दे सकते हैं। अगर किसी को इस फिल्म से कोई आपत्ति है तो उसका विरोध कानूनी दायरे में रहकर करे। अगर हिंसक तरीके से विरोध किया गया तो हंगामा करने वालों पर कठोर कार्रवाई की जाएगी।
पूर्व मंत्री जीतेंद्र आव्हाड सोमवार ने शाम को अपने कार्यकर्ताओं के साथ ठाणे के विवियाना मल्टीफ्लेक्स में जाकर हर-हर महादेव फिल्म का प्रदर्शन रुकवा दिया था। इस दौरान राकांपा कार्यकर्ताओं ने एक दर्शक की पिटाई की थी। इसी वजह से मंगलवार को सुबह जीतेंद्र आव्हाड सहित राकांपा के 100 कार्यकर्ताओं के विरुद्ध मामला दर्ज किया गया है। जीतेंद्र आव्हाड का कहना है कि फिल्म में कई दृश्यों को गलत तरीके से चित्रित किया गया है, जो वास्तविकता से परे हैं। इस फिल्म के माध्यम से गलत इतिहास परोसने का काम किया जा रहा है।
ये भी पढ़ें..जैकी भगनानी के साथ रकुलप्रीत ने गुरुद्वारा में टेका मत्था, फैंस कर रहे तारीफ
छत्रपति शिवाजी महाराज के वंशज छत्रपति संभाजी राजे ने भी इस फिल्म का विरोध किया है। उन्होंने कहा कि इस फिल्म में कई घटनाएं वास्तविकता से हटकर चित्रित की गई हैं। इससे समाज को छत्रपति शिवाजी महाराज के बारे में गलत जानकारी मिलेगी। इसी वजह से वे इस फिल्म का जोरदार विरोध कर रहे हैं। साथ ही संभाजी ब्रिगेड ने भी इस फिल्म का जोरदार विरोध किया है। फिल्म के निर्देशक अभिजीत देशपांडे ने मंगलवार को कहा कि इस फिल्म के जिन दृश्यों पर आपत्ति जताई जा रही है, उसे सेंसर बोर्ड ने पास किया है। जो लोग फिल्म का विरोध कर रहे हैं, उन्होंने फिल्म नहीं देखी है। फिल्म का निर्माण कई पुस्तकों के संदर्भ के आधार पर किया गया है। अभिजीत देशपांडे ने इस फिल्म का विरोध करने वालों से पहले फिल्म देखने की अपील की है।
(अन्य खबरों के लिए हमें फेसबुक और ट्विटर पर फॉलो करें व हमारे यूट्यूब चैनल को भी सब्सक्राइब करें)