BHU and IIT BHU के बीच दीवार के प्रस्ताव के विरोध में सड़क पर उतरे हजारों छात्र

16

proposal-of-wall-between-bhu-and-iit-bhu

वाराणसी: BHU and IIT BHU के बीच दीवार बनाने के प्रस्ताव के खिलाफ छात्रों के साथ आम लोगों की गोलबंदी को देखते हुए भले ही बीएचयू और आईआईटी प्रशासन यू-टर्न लेते हुए बैकफुट पर है, लेकिन छात्रों का आंदोलन नहीं रुका है। सोमवार की दोपहर पूर्व छात्रों के साथ बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएँ, बीएचयू बचाओ संघर्ष समिति के बैनर तले, बीएचयू परिसर स्थित विश्वनाथ मंदिर के पास एकत्र हुए।

यहां से हजारों की संख्या में छात्र हाथों में ‘हम बीएचयू के लोग हैं’ का बैनर और महामना पंडित मदन मोहन मालवीय की तस्वीर लेकर नारेबाजी करते हुए मालवीय भवन की ओर बढ़े। इस दौरान परिसर में सुरक्षा व्यवस्था चौकस रही। जुलूस में शामिल छात्रों ने कहा कि महामना के मानसपुत्र विश्वविद्यालय का बंटवारा कभी बर्दाश्त नहीं करेंगे। इस मुद्दे पर वाराणसी के कमिश्नर और बीएचयू के कुलपति को अपनी राय स्पष्ट करनी चाहिए। अगर विश्वविद्यालय प्रशासन इस बारे में सोच रहा है तो उसे तत्काल निर्णय वापस लेना चाहिए। छात्रों ने बीएचयू आईआईटी की छात्रा के कपड़े उतारकर छेड़छाड़ करने वाले आरोपी की गिरफ्तारी की भी मांग की। विरोध प्रदर्शन में छात्रों के साथ-साथ विश्वविद्यालय के कर्मचारी और पूर्व प्रोफेसर भी शामिल हुए।

बीएचयू परिसर के बंटवारे का फैसला वापस लेना स्वागतयोग्य कदम: एबीवीपी

अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद बीएचयू इकाई ने परिसर के विभाजन के फैसले को वापस लेने के विश्वविद्यालय प्रशासन के फैसले का स्वागत किया है। परिषद ने पुलिस प्रशासन से आईआईटी बीएचयू छात्र के साथ हुई दुर्भाग्यपूर्ण घटना की जांच में तेजी लाने और दोषियों को सजा देने की भी मांग की है। काउंसिल ने कहा कि इस मामले में दोषियों की जल्द पहचान कर कार्रवाई की जाए ताकि समाज में कड़ा संदेश जाए और भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।

एबीवीपी का स्पष्ट मानना ​​है कि पूरे परिसर की सुरक्षा का समाधान परिसर को बांटने से नहीं, बल्कि सुरक्षा व्यवस्था कड़ी करने और बाहरी उपद्रवी तत्वों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने से होगा। एबीवीपी कार्यकर्ताओं ने केंद्रीय कार्यालय पर प्रदर्शन कर विश्वविद्यालय की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर मांग उठाई। यूनिवर्सिटी और बीएचयू आईआईटी प्रशासन ने उन सभी मांगों को मान लिया है। उन पर अमल भी शुरू हो गया है। परिषद के राष्ट्रीय कार्यसमिति सदस्य और बीएचयू इकाई अध्यक्ष अभय प्रताप सिंह ने कहा कि बीएचयू प्रशासन द्वारा कैंपस डिवीजन के फैसले में किये गये बदलाव से छात्र काफी संतुष्ट हैं।

यह भी पढ़ेंः-UP STF ने दो संदिग्ध आतंकियों को गिरफ्तार किया, बड़े पैमाने पर तबाही मचाने की रच रहे थे साजिश

हमारी स्पष्ट राय थी कि परिसर के विभाजन का निर्णय उचित नहीं था। विरोध प्रदर्शन के माध्यम से एबीवीपी ने विश्वविद्यालय प्रशासन को परिसर की सुरक्षा व्यवस्था मजबूत करने के लिए कई सुझाव और मांगें की थीं, जिन्हें शत-प्रतिशत मान लिया गया है। इसमें सीसीटीवी से लेकर सुरक्षाकर्मी बढ़ाने और बाहरी उपद्रवी तत्वों पर लगाम लगाने की मांगें शामिल हैं।

अन्य खबरों के लिए हमें फेसबुक और ट्विटर पर फॉलो करें व हमारे यूट्यूब चैनल को भी सब्सक्राइब करें)