पैगंबर के खिलाफ विवादित टिप्पणी पर पड़ोसी मालदीव समेत कई इस्लामिक देशों ने जताया कड़ा विरोध

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नई दिल्ली: भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की पूर्व प्रवक्ता नूपुर शर्मा और नवीन कुमार जिंदल की पैगंबर मोहम्मद पर विवादास्पद टिप्पणी के खिलाफ खाड़ी व मुस्लिम बहुल देशों की तीखी प्रतिक्रियाएं जारी हैं। इस सूची में पड़ोसी मालदीव के समेत ओमान, संयुक्त अरब अमीरात, इंडोनेशिया और जॉर्डन इस सूची में कुछ नए देश जुड़े हैं, जिन्होंने आधिकारिक तौर पर अपना विरोध दर्ज कराया है। हालांकि केंद्र की सत्ताधारी भाजपा ने शर्मा और जिंदल के खिलाफ तेजी से कार्रवाई करने के साथ उनकी टिप्पणियों से खुद को अलग कर लिया है। एक बयान में, भाजपा ने यह भी कहा कि वह हर धर्म का सम्मान करती है और “किसी भी धर्म के किसी भी धार्मिक व्यक्तित्व के अपमान की कड़ी निंदा करती है।

इस्लामिक सहयोग संगठन ने जताया विरोध

भारत ने 57 इस्लामिक राष्ट्रों के समूह इस्लामिक सहयोग संगठन (ओआईसी) के बयान पर भी कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा कि भारत ओआईसी सचिवालय की ‘गैर जरूरी और छोटी सोच वाली टिप्पणी’ को सिरे से खारिज करता है और इस बात पर जोर देता है कि नई दिल्ली सभी धर्मों के प्रति सर्वोच्च सम्मान का भाव रखती है।

खाड़ी सहयोग परिषद (जीसीस) के महासचिव नयाफ फलाह एम अल हजराफ ने भी पैगंबर के खिलाफ भाजपा की प्रवक्ता की टिप्पणी की निंदा की और इसे खारिज किया। परिषद ने संक्षिप्त बयान में कहा कि महासचिव ने सभी पैगंबरों के साथ-साथ शख्सियतों और धार्मिक प्रतीकों के प्रति पूर्वाग्रह से ग्रसित होने को साफ तौर पर खारिज किया। जीसीसी एक क्षेत्रीय, अंतर सरकारी, राजनीतिक और आर्थिक संघ है, जिसमें बहरीन, कुवैत, ओमान, कतर, सऊदी अरब और यूएई शामिल है। लाखों भारतीय जीसीसी देशों में काम करते हैं।

इस्लामिक सहयोग संगठन और जीसीस के अलावा इंडोनेशिया, सऊदी अरब, संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) बहरीन और अफगानिस्तान सोमवार को उन मुस्लिम देशों में शामिल हो गए, जिन्होंने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की एक नेता की पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ विवादित टिप्पणी की निंदा की और सभी धार्मिक आस्थाओं का सम्मान किए जाने की अहमियत पर जोर दिया।

सबसे ज्यादा मुस्लिम आबादी वाले इंडोनेशिया ने भी टिप्पणी की कड़ी निंदा की और इसे दो भारतीय राजनीतिक नेताओं द्वारा पैगंबर के खिलाफ ‘ अस्वीकार्य अपमानजनक टिप्पणी’ करार दिया। इंडोनेशिया के विदेश मंत्रालय ने ट्वीट किया, “ यह संदेश जकार्ता में भारतीय राजदूत को दे दिया गया है।” यूएई ने भी पैगंबर का अनादर करने वाली विवादित टिप्पणी की निंदा की और इसे खारिज किया।