नई दिल्ली: निर्यात के र्मोचे पर अच्छी खबर है। देश का कृषि और प्रसंस्कृत खाद्य उत्पादों का निर्यात वित्त वर्ष 2022-23 में अप्रैल-जुलाई के दौरान 30 फीसदी बढ़कर 9.6 अरब डॉलर पर पहुंच गया है, जो पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में 7.4 अरब अमेरिकी डॉलर रहा था। वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय ने सोमवार को यह जानकारी दी है।
वाणिज्य मंत्रालय के जारी बयान के मुताबिक वित्त वर्ष 2022-23 के पहले चार महीने (अप्रैल-जुलाई) के दौरान कृषि एवं प्रसंस्कृत खाद्य उत्पादों का निर्यात 30 फीसदी बढ़कर 9.6 अरब डॉलर पर पहुंच गया है, जो पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में 7.4 अरब अमेरिकी डॉलर रहा था। मंत्रालय के मुताबिक चालू वित्त वर्ष में इन उत्पादों के निर्यात का लक्ष्य 23.56 अरब डॉलर निर्धारित किया गया है।
मंत्रालय ने वाणिज्यिक आसूचना और सांख्यिकी महानिदेशालय (डीजीसीआईएंडएस) के आंकड़ों के हवाले से बताया कि इस अवधि के दौरान फलों और सब्जियों के निर्यात में चार फीसदी की वृद्धि दर्ज की गई। वहीं, वित्त वर्ष 2022-23 के पहले चार महीनों में बासमती चावल के निर्यात में 29.13 फीसदी की वृद्धि देखी गई। इसका निर्यात अप्रैल-जुलाई, 2021 के 1.21 अरब डॉलर से बढ़कर अप्रैल-जुलाई, 2022 के दौरान 1.56 अरब डॉलर हो गया है।
इसके अलावा समीक्षाधीन अवधि के दौरान गैर-बासमती चावल का निर्यात 9.24 फीसदी बढ़कर 2.08 अरब डॉलर हो गया। इसी तरह चालू वित्त वर्ष के पहले चार महीनों में डेयरी उत्पादों का निर्यात 61.91 फीसदी बढ़कर 24.7 करोड़ डॉलर पर पहुंच गया। गौरतलब है कि केंद्र सरकार ने धान के उत्पादन में कमी की आशंका के मद्देनजर गैर-बासमती चावल के निर्यात पर 20 फीसदी सीमा शुल्क और टूटे चावल के निर्यात पर दो दिन पहले रोक लगा दी थी।