नई दिल्लीः प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने खुदरा तथा थोक व्यापार को सूक्ष्म, लघु एवं मझोले उपक्रमों (एमएसएमई) के दायरे में लाने के निर्णय को “ऐतिहासिक” बताया है। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार व्यापारियों को सशक्त बनाने के लिए प्रतिबद्ध है।
प्रधानमंत्री मोदी ने शनिवार को एक ट्वीट में कहा कि हमारी सरकार ने खुदरा और थोक व्यापार को एमएसएमई के रूप में शामिल करने का एक ऐतिहासिक कदम उठाया है। इससे हमारे करोड़ों व्यापारियों को आसान वित्त, विभिन्न अन्य लाभ प्राप्त करने में मदद मिलेगी और उनके व्यवसाय को बढ़ावा देने में भी मदद मिलेगी। हम अपने व्यापारियों को सशक्त बनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने शुक्रवार को खुदरा और थोक व्यापार को एमएसएमई के रूप में शामिल करते हुए एमएसएमई के लिए संशोधित दिशा निर्देशों की घोषणा की थी। सरकार के इस कदम से ढाई करोड़ खुदरा और थोक व्यापारियों को लाभ मिलेगा।
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अब खुदरा और थोक व्यापार को भी भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के दिशा निर्देशों के अनुसार प्राथमिकता वाले क्षेत्र के तहत ऋण प्राप्त करने का लाभ मिलेगा। संशोधित दिशा-निर्देशों के साथ अब खुदरा और थोक व्यापारियों को उद्यम पंजीकरण पोर्टल पर पंजीकरण कराने की अनुमति होगी।