वर्धाः प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को महाराष्ट्र के वर्धा में पीएम विश्वकर्मा योजना के एक साल पूरे होने के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में कहा कि मौजूदा कांग्रेस पार्टी अब महात्मा गांधी के जमाने वाली नहीं रही। आज की कांग्रेस नफरत से भरी पार्टी है। टुकड़े-टुकड़े गैंग और शहरी नक्सली कांग्रेस को चला रहे हैं। प्रधानमंत्री ने लोगों से एकजुट होकर इसका जवाब देने का आह्वान किया।
भारत विरोधी एजेंडा फैलाना गलत
जनसभा को संबोधित करते हुए मोदी ने कहा कि आज जो कांग्रेस आप देख रहे हैं, वह वह पार्टी नहीं है जिससे महात्मा गांधी जैसे महान लोग जुड़े थे। मौजूदा कांग्रेस में देशभक्ति की भावना दम तोड़ चुकी है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी का नाम लिए बगैर मोदी ने विदेश में दिए गए भाषणों के ‘भारत विरोधी एजेंडे’ की बात कही। वर्धा में राष्ट्रीय ‘पीएम विश्वकर्मा’ कार्यक्रम में योजना के लाभार्थियों को प्रमाण पत्र और ऋण दिए गए। पीएम विश्वकर्मा के तहत प्रगति के एक साल पूरे होने के उपलक्ष्य में एक स्मारक डाक टिकट भी जारी किया गया।
कपड़ा निर्यात का केंद्र बनेगा भारत
इसके अलावा पीएम मोदी ने महाराष्ट्र के अमरावती में पीएम मेगा इंटीग्रेटेड टेक्सटाइल रीजन एंड अपैरल (पीएम मित्र) पार्क की आधारशिला रखी। 1000 एकड़ में फैले इस पार्क को महाराष्ट्र औद्योगिक विकास निगम (एमआईडीसी) द्वारा राज्य कार्यान्वयन एजेंसी के रूप में विकसित किया जा रहा है। भारत सरकार ने कपड़ा उद्योग के लिए 7 पीएम मित्र पार्क स्थापित करने की मंजूरी दी थी। पीएम मित्र पार्क भारत को कपड़ा निर्माण और निर्यात का वैश्विक केंद्र बनाने की दृष्टि को साकार करने की दिशा में एक बड़ा कदम है।
कॉलेजों में बनेंगे कौशल विकास प्रशिक्षण केंद्र
यह विश्व स्तरीय औद्योगिक बुनियादी ढांचे के निर्माण में मदद करेगा, जो प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) सहित बड़े पैमाने पर निवेश को आकर्षित करेगा और इस क्षेत्र में नवाचार और रोजगार सृजन को प्रोत्साहित करेगा। प्रधानमंत्री ने महाराष्ट्र सरकार की आचार्य चाणक्य कौशल विकास केंद्र योजना का भी शुभारंभ किया। इस योजना के तहत 15 से 45 वर्ष की आयु के लोगों को प्रशिक्षण देने के लिए राज्य भर के प्रसिद्ध कॉलेजों में कौशल विकास प्रशिक्षण केंद्र स्थापित किए जाएंगे। राज्य भर में लगभग 1,50,000 लोगों को हर साल मुफ्त कौशल विकास प्रशिक्षण मिलेगा। इसके अलावा प्रधानमंत्री ने “पुण्यश्लोक अहिल्यादेवी होलकर महिला स्टार्टअप योजना” का भी शुभारंभ किया।
यह भी पढ़ेंः-हिमाचल में पेंशनर्स का हल्ला बोल, सरकार से आर-पार की लड़ाई
इस योजना के तहत महाराष्ट्र में महिलाओं के नेतृत्व वाले स्टार्टअप को शुरुआती दौर में मदद दी जाएगी। योजना के तहत 25 लाख रुपये तक की वित्तीय सहायता दी जाएगी। इस योजना के तहत कुल प्रावधानों का 25 प्रतिशत पिछड़े वर्गों और आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों की महिलाओं के लिए आरक्षित किया जाएगा। इससे महिलाओं के नेतृत्व वाले स्टार्टअप को आत्मनिर्भर और स्वतंत्र बनने में मदद मिलेगी।
(अन्य खबरों के लिए हमें फेसबुक और ट्विटर पर फॉलो करें व हमारे यूट्यूब चैनल को भी सब्सक्राइब करें)