Primary Teacher Recruitment Case: प्राथमिक शिक्षकों की नियुक्ति में भ्रष्टाचार में राज्य के पूर्व मंत्री श्यामल संतारा का नाम आने के बाद बांकुड़ा जिले में राजनीतिक हलचल तेज हो गई है। शिक्षक नियुक्ति में भ्रष्टाचार के आरोपियों को सजा देने की मांग को लेकर रविवार को माकपा की ओर से रानीबांध में पोस्टर लगाए गए हैं।
Primary Teacher Recruitment Case: आरोपों से किया इनकार
माकपा ने योग्य अभ्यर्थियों को वंचित करने और लाखों रुपये में नौकरी बेचने के मामले की जांच और दोषियों को कड़ी सजा देने की मांग की है। भाजपा ने मांग की है कि सीबीआई बताए कि किसके निर्देश पर श्यामल संतारा ने इन 22 लोगों को नौकरी देने की अनुशंसा की और कितने पैसे में। माकपा ने पूरे मामले की जांच की मांग की है। दूसरी ओर, आरोपी श्यामल संतारा ने आरोपों से इनकार किया है।
सीबीआई ने जारी की है सूची
गौरतलब है कि श्यामल संतारा ने 2014 में सत्तारूढ़ पार्टी के टिकट पर कोतुलपुर विधानसभा उपचुनाव जीता था। 2016 में उन्होंने फिर उसी सीट से जीत हासिल की और पंचायत एवं ग्रामीण विकास राज्य मंत्री बने लेकिन 2021 में विधानसभा चुनाव हार गए। इसके साथ ही उन्होंने कई पद भी गंवा दिए। राज्य के पूर्व मंत्री और बांकुड़ा जिला प्राथमिक विद्यालय परिषद के नवनिर्वाचित अध्यक्ष प्रोफेसर श्यामल संतरा का नाम प्राथमिक शिक्षकों की नियुक्ति में भ्रष्टाचार में शामिल है।
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सीबीआई की सूची के अनुसार श्यामल की अनुशंसा पर 22 लोगों की नियुक्ति की गई। इस भ्रष्टाचार के उजागर होते ही भारी हंगामा शुरू हो गया है। कुछ दिन पहले ही बांकुड़ा जिला प्राथमिक विद्यालय परिषद के अध्यक्ष बसुमित्र सिंह को हटाकर उनकी जगह श्यामल संतरा को नियुक्त किया गया था।
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