बिहार

पितृ पक्ष के चलते बढ़े दाल व तरोई के दाम, बिगड़ेगा घर का बजट

  धमतरीः पितृ पक्ष शुरू होने के साथ ही बाजार में दालों की कीमत पहले से ही बढ़ गयी है। इसमें 30 रुपये प्रति किलो की बढ़ोतरी हुई है। दाम बढ़ने के बाद भी पितृ पक्ष के दौरान दालों की खपत बढ़ जाती है। बाजार में तरोई की मांग भी बढ़ गई है और इसकी कीमत भी बढ़ गई है। इस समय तरोई 40 से 50 रुपये प्रति किलो बिक रही है। मांग बढ़ने पर कीमतों में बढ़ोतरी की संभावना है।

एक सप्ताह पहले बढ़े दाम

शहर व ग्रामीण क्षेत्रों में श्रद्धालुओं ने भगवान गणेश की प्रतिमा स्थापित कर 11 दिनों तक भक्ति भाव से पूजा-अर्चना कर मन्नतें मांगीं। बप्पा को विदाई देने का सिलसिला 28 सितंबर से शुरू हो गया था। पितृ पक्ष शुरू होने से एक सप्ताह पहले ही शहर की दुकानों और बाजारों में दालों के दाम बढ़ गये हैं। किराना व्यवसायी अखिलेश कुमार साहू, छोटू राम, टीकाराम आदि ने बताया कि बाजार में उड़द दाल 90 रुपये प्रति किलो बिक रही थी, लेकिन अब पितृ पक्ष को देखते हुए कीमत बढ़ गयी है। उड़द दाल 100 से 120 रुपये प्रति किलो बिक रही है। मूंग दाल की कीमत भी 120 रुपये है। जबकि अरहर दाल की कीमत सबसे ज्यादा 160 रुपये से 200 रुपये तक बिक रही है। बाजार में किस्म के आधार पर दालों की अलग-अलग कीमतें हैं। गुणवत्ता को देखते हुए कीमत तय की जा रही है। माना जा रहा है कि पितृ पक्ष के कारण दालों की कीमत में 25 से 30 रुपये प्रति किलो की बढ़ोतरी हुई है। दालों की कीमत बढ़ने से गृहणियों का बजट बिगड़ गया है। पितृ पक्ष के दौरान तरोई की सब्जी बनाने की परंपरा वर्षों से चली आ रही है, इसलिए पितृ पक्ष शुरू होने से पहले ही तरोई बाजार में बिकने के लिए पहुंच गई है। तरोई पहले बाजार में 30 रुपये प्रति किलो के हिसाब से उपलब्ध थी, लेकिन पितृ पक्ष नजदीक आते ही इसकी कीमत बढ़ गयी है। तराई 40 से 50 रुपये प्रति किलो बिक रही है। दो दिन पहले तरोई 40 रुपये प्रति किलो बिकी थी, इसलिए कुछ लोगों ने पहले ही तरोई खरीद ली, ताकि बाद में उन्हें महंगे दाम पर न खरीदना पड़े। तरोई की मांग को देखते हुए दो से तीन दिनों के भीतर कीमतें आसमान छू सकती हैं। यह भी पढ़ेंः-यूपी सरकार नई योजना के जरिए डेटा सेंटर प्रोजेक्ट को देगी नई उड़ान देगी पंडित राजकुमार तिवारी ने बताया कि पितृ पक्ष शुरू हो रहा है, ऐसे में पितरों को प्रसन्न करने के लिए कई काम किए जाते हैं। ऐसा कहा जाता है कि पितृ पक्ष के दौरान पूर्वज अपने परिवार से मिलने के लिए धरती पर आते हैं। 29 सितंबर से पितृ पक्ष शुरू हो रहा है। हमें अपने पूर्वजों को श्रद्धापूर्वक याद करना चाहिए। अन्य खबरों के लिए हमें फेसबुक और ट्विटर पर फॉलो करें व हमारे यूट्यूब चैनल को भी सब्सक्राइब करें)