राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति ने नव वर्ष पर देशवासियों को दी शुभकामनाएं

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Kevadia: President Ram Nath Kovind addresses at the inauguration of the 80th All India Presiding Officers’ Conference in Kevadia, Gujarat on Nov 25, 2020. (Photo: IANS/PIB)

नई दिल्ली: राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और उपराष्ट्रपति एम. वेंकैया नायडू ने, कोविड-19 महामारी के बीच इस कठिन समय में सभी से एकजुट होकर आगे बढ़ने की अपील करते हुए, नए साल 2021 की शुभकामनाएं दी हैं। एक संदेश में, राष्ट्रपति ने कहा, नए साल के अवसर पर, मैं भारत और विदेशों में रह रहे सभी साथी नागरिकों को हार्दिक शुभकामनाएं देता हूं।

नव वर्ष एक नई शुरूआत करने का अवसर प्रदान करता है और व्यक्तिगत और सामूहिक विकास के लिए हमारे संकल्प पर जोर देता है। कोविड-19 स्थिति से पैदा होने वाला यह कठिन समय हम सभी के लिए एकजुट होकर आगे बढ़ने का है। विविधता में एकता के हमारे विश्वास और सांस्कृतिक मूल्यों को मजबूत करें।

नव वर्ष 2021 की पूर्व संध्या पर, हम शांति और सद्भावना को बढ़ावा देने के लिए प्रेम, करुणा और बिना पूर्वाग्रह की भावना से प्रेरित समावेशी समाज बनाने की दिशा में एक साथ काम करें। आप सभी सुरक्षित और स्वस्थ रहें, और राष्ट्र की प्रगति के सामान्य लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए एक नई ऊर्जा के साथ आगे बढ़ें। उपराष्ट्रपति नायडू ने कहा आइए हम 2021 का नए उत्साह और सकारात्मकता के साथ स्वागत करें।

उपराष्ट्रपति ने कहा, हम उम्मीद करते है कि हम धैर्य, आत्मविश्वास और एकजुटता के साथ चुनौतियों का सामना करेंगे। पिछले वर्ष की तुलना में अधिक स्वस्थ, खुशहाल और सामंजस्यपूर्ण विश्व में 2021 की शुरूआत करें। नायडू ने कहा, मैं अपने सभी नागरिकों को नए साल की शुभकामनाएं देता हूं।

उपराष्ट्रपति ने बहुत जल्द कोविड-19 वैक्सीन प्रदान करने के सरकार के आश्वासन के बीच अपने विचार व्यक्त किए। उन्होंने उम्मीद जताई कि अगले साल जनवरी के पहले या दूसरे सप्ताह में वैक्सीन आ जाएगी। नायडू ने कहा कि यह एक ऐसा अवसर है जो आशावाद और बन्धुत्व के प्रति हमारी भावना को पुष्ट करता है।

दुनिया भर में कोरोनोवायरस महामारी का उल्लेख करते हुए, जिसने अर्थव्यवस्था, स्वास्थ्य और सुरक्षा सहित लगभग हर क्षेत्र को तबाह किया है, नायडू ने कहा कि हम नए साल का स्वागत एक आशा की भावना के साथ करें, क्योंकि हम एक एसे साल को अलविदा कर रहे हैं जिसने हमें एक से कई सबक सिखाए, और एक भयानक महामारी दी। उन्होंने कहा, जैसा कि वैदिक संतों ने 2000 साल पहले प्रार्थना की थी, हम उम्मीद करें कि नए साल में शुभ समाचार सुनें, अच्छी चीजें देखें और अपना जीवन सार्थक और शांतिपूर्वक व्यतीत करें।