रायगढ़ः भाजपा नेत्री व नेता प्रतिपक्ष पूनम सोलंकी ने सरकार से मांग करते हुए कहा कि जिस परिवार में कोरोना की वजह से मृत्यु होती है उस परिवार का बच्चा प्राइवेट स्कूल में अध्ययनरत है तो उसकी फीस माफ की जानी चाहिए। कोरोना की स्थिति को अघोषित आपातकाल बताते हुए शनिवार को नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि लॉकडाउन से जनता की आमदनी प्रभावित हुई है।
कोरोना की द्वितीय लहर की सुनामी में साँसों को सुरक्षित रखना कठिन हो गया है । रोजगार के अवसर समाप्त हो रहे है, बेरोजगारी बढ़ रही है। ऐसी विषम परिस्थिति में यदि किसी व्यक्ति की मृत्यु कोरोना की वजह से होती है तो उसके परिवार में अध्ययनरत बच्चे की फीस प्राइवेट स्कूलों द्वारा माफ की जानी चाहिए।
इस दिशा में सरकार द्वारा मानवीय दृष्टिकोण के आधार पर तत्काल निर्णय लेना चाहिए, ताकि मृतको के परिवारों से अध्ययनरत बच्चे शिक्षा के अधिकार से वंचित न हो सके। प्रदेश मे मौजूद 10 हजार निजी स्कूल संचालित है। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि घर का कमाऊ सदस्य की मृत्यु होती है तो ऐसे बच्चों की फीस के अलावा ड्रेस पुस्तके बस्ते का खर्चा भी सरकार वहन करे ताकि जीवन के मूलभूत अधिकार शिक्षा से वंचित न किया जा सके । पूनम सोलंकी ने प्राइवेट स्कूलों के द्वारा भी इस तरह की पहल शुरू किए जाने का विनम्र आग्रह किया है।