Delhi Pollution: दिल्ली में प्रदूषण का स्तर बढ़ने के साथ ही आरोप-प्रत्यारोप का दौर भी तेज हो गया है। भारतीय जनता पार्टी ने आम आदमी पार्टी (आप) सरकार पर लोगों के स्वास्थ्य से खिलवाड़ करने का आरोप लगाया है। भाजपा ने कहा कि आप सरकार न केवल यमुना में छोड़े जा रहे औद्योगिक प्रदूषण को नियंत्रित करने में विफल रही है, बल्कि दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण समिति और अन्य संबंधित एजेंसियों की अक्षमता भी उजागर हुई है।
केजरीवाल के वादे को बताया खोखला
भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव तरुण चुघ ने शुक्रवार को पार्टी मुख्यालय में प्रेस वार्ता में दिल्ली सरकार पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री आतिशी के नेतृत्व में दिल्ली में प्रदूषण की समस्या पर घोर लापरवाही बरती जा रही है। यमुना नदी की बिगड़ती हालत इसका सबसे बड़ा उदाहरण है। पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल द्वारा यमुना को साफ करने के वादे खोखले साबित हुए हैं, जबकि नदी की हालत दिन-प्रतिदिन खराब होती जा रही है। नदी में अभी भी जहरीला झाग तैर रहा है और खतरनाक प्रदूषकों के जमा होने से दिल्ली के जल स्रोतों और जनता के स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ रहा है। बार-बार चेतावनी के बावजूद दिल्ली सरकार ने कोई ठोस कदम नहीं उठाया है, जिससे दिल्लीवासियों के स्वास्थ्य और सुरक्षा को गंभीर खतरा पैदा हो गया है।
यमुना के पानी में बढ़े जहरीले रसायन
चुघ ने कहा कि आप सरकार न केवल यमुना में छोड़े जा रहे औद्योगिक प्रदूषण को नियंत्रित करने में विफल रही है, बल्कि इसने दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण समिति और अन्य संबंधित एजेंसियों की अक्षमता को भी उजागर किया है। रिकॉर्ड तोड़ बारिश के बाद भी, जिससे पानी की गुणवत्ता में सुधार हो सकता था, प्रदूषण का स्तर और बढ़ गया है। पानी में अमोनिया और अन्य जहरीले रसायनों की बढ़ी मात्रा आप सरकार की कार्यकुशलता पर सवाल उठा रही है। कई बार कार्ययोजना पेश करने के बावजूद यमुना को साफ करने और सीवेज ट्रीटमेंट की स्थिति सुधारने के वादे अधूरे हैं।
किसी काम के नहीं स्मॉग टावर: महासचिव चुघ
भाजपा महासचिव चुघ ने कहा कि यमुना में प्रदूषण का बढ़ता स्तर आप सरकार की अक्षमता और दिल्ली के प्राकृतिक संसाधनों के संरक्षण के प्रति उसकी उदासीनता का प्रतीक है। ये प्रदूषण न केवल मानव स्वास्थ्य के लिए गंभीर खतरा पैदा कर रहे हैं, बल्कि जलीय जीवन को भी दीर्घकालिक पर्यावरणीय नुकसान पहुंचा रहे हैं। दिल्ली सरकार द्वारा इन प्रदूषणकारी तत्वों पर सख्त नियम लागू न करना यह दर्शाता है कि सरकार को दिल्ली के नागरिकों के स्वास्थ्य और पर्यावरण की कोई परवाह नहीं है। उन्होंने कहा कि दिल्ली की सड़कों पर गड्ढों से जनता पहले से ही परेशान थी, लेकिन अब इन टूटी सड़कों और गड्ढों से निकलने वाली धूल ने वायु प्रदूषण का रूप ले लिया है, जिससे जनता का बुरा हाल है।
दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय पर बोला हमला
कनॉट प्लेस में 24 करोड़ का स्मॉग टावर लगाया गया, लेकिन आज तक जनता को इससे स्वच्छ हवा नहीं मिल पाई और वे धूल में सांस ले रहे हैं। दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय को लगता है कि प्रदूषण की समस्या का समाधान केवल बैठकें करने और केंद्र सरकार को पत्र लिखने से ही हो जाएगा। पिछले कई महीनों से वे लगातार प्रदूषण को लेकर केंद्र सरकार को पत्र लिख रहे हैं। आप शासन के कारण दिल्ली की जनता 365 दिन परेशान है, गर्मियों में दिल्ली महीनों पानी के लिए तरसती है, अगर मिलती भी है तो दूषित पानी, बारिश में गड्ढों वाली सड़कों में जलभराव शुरू हो जाता है, सर्दी आने वाली है तो प्रदूषण की समस्या जनता को डराने लगी है।
यह भी पढ़ेंः-Bhopal News : केंद्रीय मंत्री गडकरी और सीएम यादव भोपाल में करेंगे दो दिवसीय सेमिनार का शुभारंभ
पिछले साल दिल्ली में प्रदूषण का स्तर सबसे खराब था। चुघ ने कहा कि मुख्यमंत्री आतिशी और पूर्व मुख्यमंत्री केजरीवाल को इस पर्यावरण कुप्रबंधन की जिम्मेदारी लेनी चाहिए। उनके नेतृत्व में आप सरकार न केवल अपने वादों को पूरा करने में विफल रही है, बल्कि दिल्ली के लोगों को स्वस्थ वातावरण देने में भी पूरी तरह विफल रही है।
(अन्य खबरों के लिए हमें फेसबुक और ट्विटर पर फॉलो करें व हमारे यूट्यूब चैनल को भी सब्सक्राइब करें)