दिल्ली राजनीति

राजधानी में कूड़े पर सियासी घमासान, बीजेपी बोली- झूठे सपने दिखाने में माहिर हैं केजरीवाल

BJP-attack-Kejriwal नई दिल्लीः राजधानी दिल्ली में एक बार फिर कूड़े पर सियासी घमासान शुरू हो गया है। भाजपा ( BJP) दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने शनिवार को दिल्ली नगर निगम में विपक्ष के नेता सरदार राजा इकबाल सिंह, पूर्व महापौर हर्ष मल्होत्रा और योगेन्द्र चंदोलिया, विधायक अनिल वाजपेई, निगम पार्षद संदीप कपूर और अन्य पार्टी नेताओं के साथ गाजीपुर लैंडफिल साइट का दौरा किया।

8 महीने से गाजीपुर लैंडफिल से कूड़ा निस्तारण बंद

इसके बाद उन्होंने केजरीवाल सरकार और आम आदमी पार्टी पर निशाना साधते हुए कहा कि आप ने 2022 के नगर निगम चुनाव से पहले गाजीपुर लैंडफिल साइट से कूड़ा निस्तारण को लेकर बड़े-बड़े दावे किए थे। लेकिन, नगर निगम की सत्ता में आने के 8 महीने बाद भी कूड़ा निस्तारण का काम लगभग ठप पड़ा हुआ है। BJP प्रदेश अध्यक्ष ने दिल्ली के सीएम पर निशाना साधते हुए कहा कि पिछले वर्षों में बार-बार गाजीपुर लैंडफिल साइट पर राजनीतिक पर्यटन करने वाले मुख्यमंत्री को बताना चाहिए कि 8 महीने से गाजीपुर लैंडफिल साइट से कूड़ा निस्तारण क्यों बंद कर दिया गया है? सीएम को यह भी बताना चाहिए कि पिछले 8 महीनों में उन्होंने लैंडफिल साइटों से कूड़े के निस्तारण को लेकर अधिकारियों के साथ एक भी बैठक की है - खासकर गाजीपुर और ओखला लैंडफिल साइटों (जहां सफाई का काम ठप है) को लेकर? ये भी पढ़ें..छत्तीसगढ़: बिलासपुर पहुंचे पीएम मोदी, करेंगे चुनावी जनसभा को संबोधित

खड़ा हो रहा कूड़े का एक नया पहाड़

सचदेवा ने आरोप लगाया कि गाजीपुर से प्रतिदिन अधिकतम 1000 मीट्रिक टन कूड़े का निस्तारण होता है, लेकिन यहां प्रतिदिन लगभग 2500 मीट्रिक टन गीला, बदबूदार कूड़ा डाला जा रहा है, जिससे यहां कूड़े का नया पहाड़ खड़ा हो रहा है। उन्होंने कहा कि आज मुख्यमंत्री केजरीवाल भलस्वा लैंडफिल साइट पर कूड़े के त्वरित निस्तारण का श्रेय लेने आये हैं, लेकिन सच्चाई यह है कि इसमें उनकी कोई भूमिका नहीं है। भलस्वा लैंडफिल साइट पर डिस्पोजल का टेंडर नवंबर 2022 से पहले स्पेशल ऑफिसर ने किया था और एमसीडी के साथ-साथ डीडीए भी डिस्पोजल में अहम भूमिका निभा रहा है। उन्होंने 2020 से 2022 के दौरान गाजीपुर में कूड़े के तेजी से निस्तारण का श्रेय बीजेपी सांसद गौतम गंभीर और तत्कालीन बीजेपी निगम नेतृत्व को दिया और आरोप लगाया कि जो आम आदमी पार्टी 2021 में लैंडफिल साइट की सफाई में भ्रष्टाचार का दिखावा करती थी- 22, आज ही के दिन कोई भी कोई काम नहीं कर रहा है। भ्रष्टाचार और अकर्मण्यता फैल रही है और आज जिस गति से काम हो रहा है, उससे लगता है कि 2025 में गाजीपुर में एक नहीं, दो-दो ऊंचे पहाड़ होंगे।

झूठे सपने दिखाने में माहिर है केजरीवाल

बीजेपी नेता ने आगे कहा कि मुख्यमंत्री केजरीवाल ने दिल्ली नगर निगम 2022 के चुनाव की दस गारंटी में जनवरी 2024 तक तीनों लैंडफिल साइटों को साफ करने का वादा किया था, लेकिन आज स्थिति ऐसी है कि लैंडफिल साइटों पर कूड़ा कम होने के बजाय बढ़ता ही जा रहा है। न केवल गाजी लैंडफिल साइट के आसपास रहने वाले लोग, बल्कि पूरी दिल्ली के लोग ठगा हुआ महसूस कर रहे हैं और मुख्यमंत्री से जवाब चाहते हैं कि गाजीपुर लैंडफिल साइट को कब साफ किया जाएगा। उन्होंने कहा कि बेहतर होगा कि अरविंद केजरीवाल झूठा श्रेय लेने के बजाय झूठे सपने दिखाने के लिए दिल्ली की जनता से माफी मांगें। (अन्य खबरों के लिए हमें फेसबुक और ट्विटर पर फॉलो करें व हमारे यूट्यूब चैनल को भी सब्सक्राइब करें)