लखनऊ। लखनऊ के मोहनलालगंज कोतवाली में दरोगा राजकुमार और विजय कुमार सरोज के खिलाफ मोहनलालगंज पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया है। आरोप के मुताबिक, दोनों ही पुलिसकर्मियों ने सड़क हादसे के बाद दो अधिवक्ताओं के साथ बदसलूकी और पिटाई की। अधिवक्ताओं ने सीजेएम कोर्ट में इंस्पेक्टर समेत पांच पुलिसकर्मियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने के लिए अर्जी भी दी थी। हालांकि इससे पहले पुलिस ने दोनों अधिवक्ताओं के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया था।
राजधानी लखनऊ के मोहनलालगंज में वकील की पिटाई प्रकरण में प्रदर्शन से पहले पुलिस बैकफुट पर आ गई है। मोहनलालगंज पुलिस ने इस मामले में पीड़ित अधिवक्ता की तहरीर पर दारोगा राजकुमार व वी के सरोज पर एफआईआर दर्ज की गई है। अधिवक्ताओं ने बुधवार को प्रदर्शन कर लखनऊ कमिश्नरेट पुलिस प्रशासन का पुतला जलाने का ऐलान किया था। इससे पहले पुलिस ने वकीलों के आक्रोश को देखते हुए आनन-फानन में दोनों उपनिरीक्षकों पर एफआईआर दर्ज कर ली।
जबकि इतने दिनों से पुलिस अफसर इससे बच रहे थे। साथ ही अधिवक्ताओं की तीनों प्रमुख मांगों को लखनऊ कमिश्नरेट पुलिस ने मान लिया है। अज्ञात 300 अधिवक्ताओं के खिलाफ दर्ज मुकदमा वापस होगा और सड़क हादसे के दौरान दर्ज मुकदमा भी पुलिस वापस लेगी। पुलिस ने इसके लिए सात दिन का समय मांगा है इसलिए वकीलों ने कहा कि उन्होंने अपना आंदोलन स्थगित किया है, खत्म नहीं किया। एडवोकेट कुलदीप नारायण मिश्रा ने बताया कि सात दिन बाद एक बार फिर वकीलों की मीटिंग होगी और फिर आगे की रणनीति तय की जाएगी।
इस प्रकरण को लेकर सेंट्रल बार एसोसिएशन के अधिवक्ताओं ने आज न्यायिक कार्य से विरत रहने का ऐलान भी किया था। इससे पहले इस प्रकरण में पीड़ित अधिवक्ताओं ने इंस्पेक्टर मोहनलालगंज कुलदीप दुबे समेत पांच पुलिस कर्मियों के विरुद्ध एफआइआर दर्ज करने की मांग को लेकर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट रवि कुमार गुप्ता की अदालत में प्रार्थना पत्र दाखिल किया। अदालत ने वकीलों की अर्जी पर रिपोर्ट तलब की है। मामले की अगली सुनवाई 6 जनवरी को होगी। अर्जी अधिवक्ता अरुण कुमार ओझा और अश्वनी कुमार सिंह राठौर ने दाखिल की। इसमें इंस्पेक्टर मोहनलालगंज कुलदीप दुबे, दारोगा राजकुमार व विजय कुमार सरोज तथा कॉन्स्टेबल रोहित कुमार व संजीव को आरोपी बनाया गया है।
क्या है मामला
लखनऊ के वकील अश्वनी कुमार सिंह राठौर ने पुलिस पर आरोप लगाते हुए कहा है कि 30 दिसंबर 2022 की रात वह अपने साथी अरुण कुमार ओझा के साथ लखनऊ आ रहे थे। वह जैसे ही गोसाईगंज रोड पर पुलिस चौकी के पास पहुंचे तभी गलत दिशा में आ रही एक मोटरसाइकिल से उनकी कार की टक्कर हो गई। वकीलों ने आरोप लगाया गया है कि उस समय वहां पर मौजूद दारोगा राज कुमार व वीके सरोज ने उन्हें गालियां देते हुए मारपीट की। इसके बाद पुलिस वालों ने अरुण कुमार ओझा का मोबाइल भी छीन लिया।
रिपोर्ट-पवन सिंह चौहान
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