फरीदाबाद: सोशल मीडिया(Social media ) के जरिए शहर में झूठी अफवाहें फैलाकर लोगों को गुमराह करने वालों पर फरीदाबाद पुलिस कड़ी नजर रखेगी। जातिगत, धार्मिक भेदभाव की झूठी अफवाह फैलाने वालों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी। पुलिस आयुक्त विकास कुमार अरोड़ा, डीसीपी मुख्यालय हेमेंद्र कुमार मीणा ने मंगलवार को अपने कार्यालय में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए साइबर पुलिस स्टेशन, खुफिया सुरक्षा एजेंटों के साथ बैठक की और ऐसे लोगों की पहचान कर उनकी सूची तैयार करने के निर्देश दिए।
उन्होंने कहा कि कुछ लोग सोशल मीडिया के माध्यम से व्हाट्सएप/फेसबुक/ट्विटर/इंस्टाग्राम आदि पर जाति, धार्मिक भेदभाव से संबंधित पोस्ट डालकर और झूठी अफवाहें फैलाकर लोगों को गुमराह कर रहे हैं। बैठक के दौरान डीसीपी मुख्यालय ने सभी साइबर पुलिस स्टेशनों, खुफिया सुरक्षा को बताया शहर में किसी भी प्रकार की झूठी खबर फैलाने, धार्मिक भावनाएं भड़काने, धर्म, जाति, वर्ग पर आपत्तिजनक टिप्पणी करने, भ्रामक सूचनाएं फैलाने, जनभावनाओं को ठेस पहुंचाने वाले एजेंटों को शांति भंग करने वाले लोगों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई करने के सख्त निर्देश दिए गए हैं। फेसबुक/व्हाट्सएप/ट्विटर/इंस्टाग्राम आदि जैसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर तस्वीरें या वीडियो पोस्ट करें।
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पुलिस आयुक्त के निर्देशानुसार पुलिस के खुफिया तंत्र, मुखबिर तंत्र एवं साइबर पुलिस द्वारा सोशल मीडिया प्लेटफार्म आदि पर ऐसे लोगों पर लगातार नजर रखी जा रही है। भड़काऊ पोस्ट डालने या ऐसे पोस्ट पर कमेंट, लाइक और फॉरवर्ड करने पर सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी। संबंधित व्यक्ति के खिलाफ कार्रवाई कर आपराधिक मामला दर्ज किया जाएगा।
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