नई दिल्लीः सार्वजनिक क्षेत्र के पंजाब नेशनल बैंक (PNB) ने महीने के पहले दिन ग्राहकों को बड़ा झटका दिया है। पीएनबी ने कोष की सीमांत लागत आधारित ऋण दरों (एमसीएलआर) में 0.05 फीसदी का इजाफा किया है। बैंक की नई दरें गुरुवार से लागू हो गई हैं। पीएनबी के मुताबिक एमसीएलआर में की गई ये बढ़ोतरी सभी अवधि वाले कर्ज पर लागू होगी। बैंक के जारी बयान के मुताबिक एक दिन की अवधि पर एमसीएलआर 7 फीसदी से बढ़कर 7.05 फीसदी हो गई है।
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इसी तरह एक माह, 3 माह और 6 माह की अवधि वाले ऋण पर ब्याज दर यानी एमसीएलआर अब बढ़कर 7.10 फीसदी से लेकर 7.40 फीसदी के दायरे में होगी। सी तरह एक साल की अवधि के लिए एमीसीएलआर बढ़कर 7.70 फीसदी हो गई है, जो पहले 7.65 फीसदी थी। इसके अलावा तीन साल की अवधि के लिए एमसीएलआर अब बढ़कर 8 फीसदी हो गई है। दरअसल अधिकांश उपभोक्ताओं का कर्ज इसी से जुड़ा होता है। उल्लेखनीय है कि रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (आरबीआई) के नीतिगत दर में बढ़ोतरी के बाद पिछले महीने की शुरुआत में पीएनबी ने रेपो दर से जुड़ी लोन दर 0.50 फीसदी बढ़ाकर 7.90 फीसदी कर दिया था।
रिजर्व बैंक के नीतिगत दर में वृद्धि के बैंकों ने बढ़ाई ब्याज दरें
इससे पहले रिजर्व बैंक के नीतिगत दर में वृद्धि के बाद कर्ज दरों पर असर पड़ रहा है। जिससे कई बैंकों ने अपनी ब्याज दरें बढ़ाई है। दरअसल केंद्रीय बैंक मई के बाद से रेपो दरों में 1.4 प्रतिशत की बढ़त कर चुकी है। इससे बैंकों की लागत बढ़ी है और वो लागत का बोझ धीरे धीरे ग्राहकों पर डाल रहे हैं जिससे कर्ज दरें लगातार बढ़ रही है। संभावना जताई जा रही है कि अगले महीने की पॉलिसी समीक्षा में भी प्रमुख दरों में बढ़त देखने को मिलेगी। इससे आगे भी कर्ज महंगा होने की आशंकाएं बनी हुई हैं। वहीं PNB द्वारा ब्याज दरों में बढ़ोतरी के बाद आपकी ईएमआई भी बढ़ जाएगी। साथ ही नए लोन लेने वालों को ज्यादा ब्याज देना पड़ेगा।
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