नई दिल्लीः प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के उद्बोधन के साथ भारतीय जनता पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक रविवार को यहां संपन्न हो गई। बैठक में प्रधानमंत्री ने पार्टी के इतिहास को रेखांकित करते हुए कहा कि भाजपा ने आज केंद्र में जो स्थान पाया है, उसका बहुत बड़ा कारण है कि प्रारंभिक काल से लेकर अभी तक पार्टी सामान्य व्यक्ति से हमेशा जुड़ी रही है।
दिल्ली के एनडीएमसी कन्वेंशन सेंटर में राष्ट्रीय कार्यकारिणी बैठक समाप्त होने के बाद केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव ने संवाददाता सम्मेलन में कहा कि कार्यकारिणी का समापन संबोधन प्रधानमंत्री ने दिया। उन्होंने अपने महत्वपूर्ण संदेश में आने वाले समय में भाजपा की कार्यनीति को बनाने के लिए एक बड़ा मंत्र सभी कार्यकर्ताओं को दिया।
आगे उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने पार्टी के इतिहास को रेखांकित करते हुए कहा कि भाजपा ने आज केंद्र में जो स्थान पाया है, उसका बहुत बड़ा कारण है कि पार्टी प्रारंभिक काल से लेकर अभी तक सामान्य व्यक्ति से हमेशा जुड़ी रही है।
बैठक के प्रारंभ में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राजनीतिक प्रस्ताव पेश किया, जिसका पार्टी के छह नेताओं ने समर्थन किया। केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने जानकारी दी कि प्रस्ताव में किसानों के हित में उठाये गये कदमों की चर्चा हुई।
आगे उन्होंने कहा कि इस बात की भी चर्चा हुई कि 2014 में नरेन्द्र मोदी की सरकार बनने के बाद भ्रष्टाचार मुक्त पारदर्शी तरीके से सरकार चलाने के लिये अनेक कदम उठाये गये हैं। इस दौरान जम्मू-कश्मीर को लेकर भी विचार-विमर्श किया गया।
वित्त मंत्री ने कहा कि “जम्मू-कश्मीर के सर्वांगिण विकास के लिये 56,201 करोड़ रुपये की 54 परियोजनाएं चल रही हैं।” आगे उन्होंने कहा कि 2004 से 2014 के बीच जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद से जुड़ी विभिन्न घटनाओं में 2,081 लोगों की मौत हुई थी। जबकि, 2014 से सितंबर 2021 तक केवल 239 नागरिकों की जान गई है। इससे यह बात साबित होता है कि अब जम्मू-कश्मीर में शांति स्थापित हो चुकी है।
वहीं केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान ने पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा के उद्घाटन भाषण का हवाला देते हुये एक अन्य संवाददाता सम्मेलन में कहा, “इन दिनों कुछ लोग किसानों के विषय में अनेक बातें कर रहे हैं। मैं तथ्यों के आधार पर कहता हूं कि जब 2014 में हमारी सरकार आयी तो किसानों के लिए बजट में सिर्फ 23,000 करोड़ रुपये व्यय करने की व्यवस्था थी। लेकिन पिछली बार वित्त मंत्री ने जो बजट पेश किया, उसमें किसानों के लिए 1 लाख, 23 हजार करोड़ रुपये की व्यवस्था की गई है।
कोरोना महामारी का संदर्भ देते हुये केंद्रीय मंत्री प्रधान ने कहा कि देश में 100 करोड़ से ज्यादा टीकाकरण का कार्य हो चुका है। कुल आबादी के 30 प्रतिशत से ज्यादा लोगों को दोनों डोज लग चुके हैं। डब्ल्यूएचओ भी भारत द्वारा निर्मित को-वैक्सीन को मान्यता दे चुका है।
उन्होंने कहा कि “यह सब भारतीय लोगों के कोरोना महामारी से लड़ने के सामूहिक प्रयास से संभव हुआ है। आज प्रधानमंत्री उसी का नेतृत्व करते हुए एक मिसाल बनें हैं। भाजपा कार्यसमिति ने उनकी इस पहल पर देश की ओर से विशेषकर पार्टी की ओर से उनका आभार प्रकट किया और उन्हें धन्यवाद दिया।”
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उल्लेखनीय है कि राष्ट्रीय राजधानी के एनडीएमसी कन्वेंशन सेंटर में हुई राष्ट्रीय कार्यकारिणी बैठक में 36 संगठनात्मक इकाई के 342 सदस्य प्रत्यक्ष और वर्चुअल माध्यम से जुड़े थे।
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