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पीएम मोदी ने दी विश्व रेडियो दिवस की शुभकामनाएं, जानिए क्यों मनाया जाता है ये दिन

नई दिल्ली: आज विश्व रेडियो दिवस है। इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सभी रेडियो सुनने वालों को शुभकामनाएं दी है। उन्होंने ट्वीट करके कहा कि सभी रेडियो सुनने वालों और रेडियो जगत में काम करने वाले लोगों के जज्बे को सलाम। वे नित नए दिन नए कार्यक्रमों व संगीत के साथ लोगों का मनोरंजन करते हैं। यह अद्भुत माध्‍यम हमें एक-दूसरे के नजदीक लाता है और मन की बात कार्यक्रम के जरिए लगातार मैंने यह अनुभव किया है।

रेडियो सुनना एक अपनी विरासत भी है और आनंद भी : प्रकाश जावड़ेकर

वहीं, केन्द्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने भी सभी लोगों को रेडियो दिवस की शुभकामनाएं दी। उन्होंने ट्वीट करके एक वीडियो साझा किया जिसमें उन्होंने रेडियों के लाभ बताए। उन्होंने कहा कि रेडियो का प्रसार बढ़ रहा है। लोग खेत, खलिहान में काम करते वक्त, काम पर और चाय की चुस्कियों के साथ रेडियो सुनते हैं। सोशल मीडिया एक मर्यादा के बाद टेलिफोन में पढ़ते रहना असंभव है लेकिन रेडियो आसानी से सुना जा सकता है। रेडियो सुनना एक अपनी विरासत भी है और आनंद भी। पॉकेट मोबाइल के साथ आसानी से रेडियो का आनंद ले सकते हैं।

कब और क्यों मनाया जाता है रेडियो दिवस

साल 1945 में इसी दिन यूनाइटेड नेशंस में रेडियो से पहली बार प्रसारण हुआ था। रेडियो की इन अहमियतों को देखते हुए हर साल रेडियो दिवस मनाया जाता है। औपचारिक रूप से पहला विश्व रेडियो दिवस 2012 में मनाया गया। स्पेन रेडियो अकैडमी ने 2010 में पहली बार इसका प्रस्ताव रखा था। 2011 में यूनेस्को की महासभा के 36वें सत्र में 13 फरवरी को विश्व रेडियो दिवस घोषित किया गया। 13 फरवरी को विश्व रेडियो दिवस के तौर पर यूनेस्को की घोषणा को संयुक्त राष्ट्र की महासभा ने 14 जनवरी, 2013 को मंजूरी दी।

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कैसे मनाया जाता है?

हर साल यूनेस्को दुनिया भर के ब्रॉडकास्टर्स, संगठनों और समुदायों के साथ मिलकर रेडियो दिवस के अवसर पर कई तरह की गतिविधियों का आयोजन करता है। इस दिन संचार के माध्यम के तौर पर रेडियो की अहमियत के बारे में स्वस्थ चर्चा की जाती है और जागरूकता फैलाई जाती है। इस विषय पर भाषण दिया जाता है।