Giriraj Singh: 71 साल के हुए केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह, PM मोदी ने दी जन्मदिन की शुभकामनाएं

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Giriraj Singh: पटनाः भारतीय जनता पार्टी के फायर ब्रांड नेता, बेगुसराय सांसद और केंद्रीय ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री गिरिराज राज सिंह शुक्रवार को 71 साल के हो गये हैं। इस मौके पर ट्विटर, फेसबुक, व्हाट्सएप समेत तमाम सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के जरिए उन्हें जन्मदिन की शुभकामनाएं दी जा रही हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर कहा है कि केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह को जन्मदिन की शुभकामनाएं। जमीनी स्तर के नेता गिरिराज सिंह भारत के गांवों को बदलने और लोगों की भलाई के लिए पंचायती राज संस्थानों को मजबूत करने के लिए सख्ती से काम कर रहे हैं। उनके लंबे और स्वस्थ जीवन के लिए प्रार्थना करता हूं।

लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा कि वरिष्ठ राजनेता एवं केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह को जन्मदिन की हार्दिक शुभकामनाएं। ईश्वर से आपके उत्तम स्वास्थ्य, सुखी जीवन एवं दीर्घायु की कामना करता हूं। हम आशा करते हैं कि आप देश को प्रगति की नई ऊंचाइयों पर ले जाने में प्रतिबद्धता के साथ योगदान देते रहेंगे। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि भाजपा परिवार के वरिष्ठ एवं संघर्षशील राजनेता, ओजस्वी वक्ता एवं केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह को जन्मदिन की हार्दिक शुभकामनाएं। मैं माता मुंडेश्वरी से आपके अच्छे स्वास्थ्य, लंबी उम्र और प्रसिद्धि की प्रार्थना करता हूं।

केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि केंद्रीय मंत्रिमंडल में मेरे सहयोगी ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज गिरिराज सिंह को जन्मदिन की हार्दिक शुभकामनाएं। ईश्वर से प्रार्थना है कि आप स्वस्थ रहें एवं दीर्घायु हों। इसके अलावा राज्यसभा सांसद प्रो. राकेश सिन्हा, बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी, विधायक कुंदन कुमार समेत बड़ी संख्या में बीजेपी नेता और कार्यकर्ता उन्हें जन्मदिन की बधाई दे रहे हैं।

गिरिराज सिंह का सियासी सफर

भारतीय जनता युवा मोर्चा के माध्यम से राष्ट्रवादी विचारधारा से जुड़े गिरिराज सिंह का जन्म 8 सितंबर 1952 को बड़हिया में हुआ था। लेकिन जन्म के समय से ही उनका पालन-पोषण और शिक्षा-दीक्षा बेगुसराय में हुई। उन्होंने राजनीति का पाठ भी बेगुसराय में पढ़ा। उनके नाना का घर बेगुसराय के सिउरी गांव में है और फुआ का घर सदानंदपुर गांव में है। उस समय बड़हिया में अपराध चरम पर था, इसलिए उन्हें समाज से दूर रखने के लिए उनके पिता ने प्राथमिक शिक्षा शुरू होने के बाद उन्हें अपनी बहन के घर सदानंदपुर भेज दिया। उन्होंने सदानंदपुर में रहकर पढ़ाई की। मगध विश्वविद्यालय, बोधगया से इंटरमीडिएट और स्नातक की डिग्री हासिल की। ग्रेजुएशन के बाद गिरिराज सिंह ने एक नामी कंपनी के पंप सेट की एजेंसी लेकर बेगूसराय में बिजनेस शुरू किया। जहां एक विवाह समारोह में कैलाशपति मिश्र से मुलाकात हुई।

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उनसे प्रेरित और प्रोत्साहित होकर वे भाजपा में शामिल हो गये और 1985 में पटना जाकर भाजयुमो में शामिल हो गये। भाजयुमो के बेगुसराय, समस्तीपुर और खगड़िया के संगठन प्रभारी रहने के साथ-साथ वे 1990 में प्रदेश भाजयुमो के महासचिव बने। अपने राजनीतिक सफर में वे 2002 से 2014 तक विधान परिषद सदस्य रहे। इसी दौरान वे सह-कार्यकर्ता बने। नीतीश कुमार के मंत्रिमंडल में 2005 से 2010 तक मंत्री और 2010 से 2013 तक पशु एवं मत्स्य संसाधन मंत्री रहे।

2014 के लोकसभा चुनाव में वह पहली बार नवादा से सांसद चुने गए और नरेंद्र मोदी कैबिनेट में उन्हें सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्योग मंत्रालय की जिम्मेदारी मिली। 2019 के चुनाव में जब उन्होंने बेगुसराय लोकसभा से कन्हैया कुमार को रिकॉर्ड वोटों से हराया, तो नरेंद्र मोदी ने उन्हें पशुपालन, डेयरी और मत्स्य पालन मंत्रालय का प्रभार दिया। इस मंत्रालय को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उन्हें ग्रामीण विकास और पंचायती राज मंत्रालय की जिम्मेदारी दी, जिसे वह आज तक बखूबी निभा रहे हैं। उनके साथ काम करने वालों का कहना है कि गिरिराज सिंह का हमेशा सेवा और संघर्ष से सरोकार रहा है।

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