नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को इंदौर में नगरपालिका कचरे के प्रसंस्करण के लिए एशिया के सबसे बड़े बायो-सीएनजी संयंत्र “गोबर-धन संयंत्र” का वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से उद्घाटन करते हुये कहा कि आने वाले दो वर्षों में देश के 75 बड़े नगर निकायों में इस प्रकार के गोबरधन बायो-सीएनजी संयंत्र बनाने पर काम किया जा रहा है। ये अभियान भारत के शहरों को स्वच्छ बनाने, प्रदूषण रहित बनाने, स्वच्छ ऊर्जा की दिशा में बहुत मदद करेगा।
प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन की शुरुआत देवी अहिल्या बाई होल्कर का स्मरण करते हुये कहा कि इंदौर का नाम आते ही सबसे पहले देवी अहिल्याबाई होल्कर, माहेश्वर और उनके सेवाभाव का ध्यान आता था। समय के साथ इंदौर बदला, ज्यादा अच्छे के लिए बदला, लेकिन देवी अहिल्या की प्रेरणा को खोने नहीं दिया। देवी अहिल्या के साथ ही आज इंदौर का नाम आते ही मन में स्वच्छता और नागरिक कर्तव्य भी आता है।
यह भी पढ़ेंः-नए फीचर पर काम कर रहा स्नैपचैट, यूजर्स को होगा ये फायदा
प्रधानमंत्री ने अपने संसदीय क्षेत्र काशी विश्वनाथ में देवी अहिल्या बाई होल्कर की प्रतिमा का जिक्र करते हुये कहा कि मुझे खुशी है कि काशी विश्वनाथ धाम में देवी अहिल्याबाई होल्कर जी की बहुत ही सुंदर प्रतिमा रखी गई है। इंदौर के लोग जब बाबा विश्वनाथ के दर्शन करने जाएंगे, तो उन्हें वहां देवी अहिल्याबाई की मूर्ति भी दिखेगी। आपको अपने शहर पर और गर्व होगा।
(अन्य खबरों के लिए हमें फेसबुक और ट्विटर पर फॉलो करें व हमारे यूट्यूब चैनल को भी सब्सक्राइब करें…)