नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए ग्लोबल मैरीटाइम इंडिया समिट (जीएमआईएस) 2023 के तीसरे संस्करण का उद्घाटन किया। इसके साथ ही मुंबई के एमएमआरडीए मैदान में तीन दिवसीय शिखर सम्मेलन शुरू हो गया।
इस दौरान प्रधानमंत्री ने हिंद महासागर की नीली अर्थव्यवस्था के लिए दीर्घकालिक रोडमैप “अमृत कल विजन 2047” का अनावरण किया। रोडमैप बंदरगाह सुविधाओं को बढ़ाने, स्थायी प्रथाओं को बढ़ावा देने और अंतर्राष्ट्रीय सहयोग को सुविधाजनक बनाने के उद्देश्य से रणनीतिक पहल की रूपरेखा तैयार करता है। इस अत्याधुनिक योजना के अनुरूप प्रधानमंत्री ने 23,000 करोड़ रुपये से अधिक की परियोजनाओं का उद्घाटन, लोकार्पण और शिलान्यास किया।
प्रधानमंत्री ने गुजरात के दीनदयाल बंदरगाह प्राधिकरण में 4,500 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से बनने वाले टूना टेकरा ऑल वेदर डीप ड्राफ्ट टर्मिनल की आधारशिला रखी। कार्यक्रम के दौरान, प्रधान मंत्री ने समुद्री क्षेत्र में वैश्विक और राष्ट्रीय साझेदारी के लिए 7 लाख करोड़ रुपये से अधिक के 300 से अधिक समझौता ज्ञापन (एमओयू) भी समर्पित किए।
I welcome you all to the third edition of the 'Global Maritime India Summit'.
During the time we met in 2021, the whole world was struggling through the uncertainties posed by Corona.
But today, in this changing world order, the whole world is looking to India with new hopes… pic.twitter.com/jxkrEsKaqd
— BJP LIVE (@BJPLive) October 17, 2023
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PM ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए किया संबोधन
पीएम मोदी ने 2021 में हुए ग्लोबल मैरीटाइम इंडिया की बात की। उन्होंने कहा कि उस समय पूरी दुनिया कोरोना की अनिश्चितता से घिरी हुई थी। किसी को नहीं पता था कि कोरोना के बाद दुनिया कैसी होगी। उन्होंने कहा कि मैं ग्लोबल मैरीटाइम इंडिया समिट 2023 के तीसरे संस्करण में आप सभी का स्वागत करता हूं। कोरोना के बाद विश्व एक नया वर्ल्ड ऑर्डर आकार ले रहा है।
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