विभिन्न सिंचाई परियोजनाओं का पीएम मोदी ने किया उद्धाटन, बोले-पूर्ववर्ती सरकारों ने बुंदेलखंड के साथ किया भेदभाव

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महोबाः प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शुक्रवार को पूर्ववर्ती केंद्र एवं राज्य सरकारों पर निशाना साधते हुये कहा कि उन्होंने बुंदेलखंड के साथ भेदभाव किया और सिंचाई परियोजनाओं को पूरा करने में कोई दिलचस्पी नहीं दिखाई। उन्होंने कहा कि दिल्ली और उत्तर प्रदेश में लंबे समय तक शासन करने वाली सरकारों ने बुंदेलखंड को उजाड़ने में कोई कसर नहीं छोड़ी। इससे पहले महोबा में प्रधानमंत्री मोदी ने विभिन्न सिंचाई परियोजनाओं का उद्धाटन किया। इस अवसर पर आयोजित विशाल जनसभा को संबोधित करते हुये उन्होंने बुंदेलखंड के पिछड़ेपन के लिये पूर्ववर्ती केंद्र एवं राज्य सरकारों को जमकर कोसा।

उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में शासन करने वाली पूर्ववर्ती सरकार ने इस इलाके के विकास में कोई रुचि नहीं दिखाई। यहां के जंगलों, संसाधनों को कैसे माफिया के हवाले किया गया, यह किसी से छिपा नहीं है। नरेन्द्र मोदी ने समाजवादी पार्टी और अखिलेश यादव का नाम लिये बिना कहा कि परिवारवादियों की सरकारों ने बच्चों, बेटियों को स्कूलों में शौचालय, पीने के पानी से वंचित रखा। जबकि मौजूदा योगी सरकार ने स्कूल में लड़कियों के लिए अलग से शौचालय की व्यवस्था की। मोदी ने केंद्र सरकार की उपलब्धियों को गिनाते हुये कहा कि बीते सात वर्षों में उन्होंने सरकार को दिल्ली के बंद कमरों से निकालकर देश के कोने-कोने में लाने का काम किया है। महोबा, इसका साक्षात गवाह है। यह धरती ऐसी योजनाओं, ऐसे फैसलों की साक्षी रही है, जिन्होंने देश की गरीब, माताओं-बहनों के जीवन में बड़े बदलाव किये हैं।

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अपने संबोधन में प्रधानमंत्री ने कहा कि कुछ वक्त पहले यहीं से उज्ज्वला योजना के दूसरे चरण की शुरुआत की थी। कुछ वर्ष पहले मैंने महोबा से ही देश की मुस्लिम बहनों से वादा किया था कि उन्हें तीन तलाक की कुप्रथा से मुक्ति दिलाऊंगा। यह वादा भी पूरा हो चुका है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी बुंदेलखंड के जल संकट को दूर करने की महत्वपूर्ण परियोजनाओं का उद्घाटन कर अपनी बात रख रहे थे। इन परियोजनाओं की कुल लागत 3250 करोड़ रुपये से भी अधिक है। इनके पूरा हो जाने से महोबा, हमीरपुर, बांदा और ललितपुर जिलों में लगभग 65,000 हेक्टेयर भूमि की सिंचाई में मदद मिलेगी। साथ ही क्षेत्र में पेयजल भी उपलब्धता बढ़ेगी।

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