Bangladesh crisis, नई दिल्ली: नोबेल पुरस्कार विजेता डॉ. मोहम्मद यूनुस (Mohammad Yunus) ने गुरुवार को बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के प्रमुख के तौर पर शपथ ली। उनकी टीम ने सत्ता संभाल ली है। इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी मोहम्मद यूनुस को बधाई दी। इसके साथ ही उन्होंने एक खास संदेश भी दिया। पीएम मोदी ने मोहम्मद यूनुस को बधाई दी है। इसके साथ ही पीएम मोदी ने बांग्लादेश में जल्द ही सामान्य स्थिति बहाल होने की उम्मीद जताई और देश में हिंदुओं और अन्य अल्पसंख्यक समुदायों की सुरक्षा की अपील की।
PM Modi ने दिया खास संदेश
पीएम मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, “प्रोफेसर मोहम्मद यूनुस को उनकी नई जिम्मेदारी संभालने पर मेरी शुभकामनाएं। हमें उम्मीद है कि जल्द ही सामान्य स्थिति बहाल होगी और हिंदुओं और अन्य सभी अल्पसंख्यक समुदायों की सुरक्षा सुनिश्चित की जाएगी। भारत शांति, सुरक्षा और विकास के लिए दोनों देशों के लोगों की साझा आकांक्षाओं को पूरा करने के लिए बांग्लादेश के साथ काम करने के लिए प्रतिबद्ध है।”
अंतरिम मंत्रिमंडल में 16 सदस्य शामिल
बता दें कि बांग्लादेश के राष्ट्रपति मोहम्मद शहाबुद्दीन ने ढाका स्थित राष्ट्रपति भवन में विदेशी राजनयिकों, नागरिक समाज के सदस्यों, शीर्ष व्यापारियों और विपक्षी दल के सदस्यों की मौजूदगी में यूनुस को प्रधानमंत्री के समकक्ष मुख्य सलाहकार के रूप में शपथ दिलाई। इस अवसर पर हसीना की पार्टी का कोई प्रतिनिधि मौजूद नहीं था। अंतरिम मंत्रिमंडल में 16 अन्य लोगों को शामिल किया गया है। अब यूनुस के सामने बांग्लादेश में शांति बहाल करने और नए चुनावों की तैयारी करने की बड़ी चुनौती है।
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हसीना को सत्ता से बेदखल किए जाने को ‘दूसरी आजादी’ बताया
शपथ ग्रहण समारोह के दौरान यूनुस ने कहा, “मैं संविधान को बनाए रखूंगा, उसका समर्थन करूंगा और उसकी रक्षा करूंगा। मैं अपने कर्तव्यों का ईमानदारी से निर्वहन करूंगा।” वहीं शपथ लेने से पहले उन्होंने शेख हसीना को सत्ता से बेदखल किए जाने को ‘दूसरी आजादी’ बताया। साथ ही उन्होंने प्रदर्शनकारियों को नसीहत भी दी।
उन्होंने कहा, अगर देश में शांति चाहिए, स्थिरता चाहिए तो अब एक भी गोली नहीं चलनी चाहिए। सरकार लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करेगी। हम सब मिलकर नया बांग्लादेश बनाएंगे। उन्होंने कहा, ‘आज हमारे लिए गर्व का दिन है। हमें दूसरी बार आजादी मिली है। हमें इस आजादी की रक्षा करनी है।’
युवाओं का जताया आभार
उन्होंने हसीना के खिलाफ आंदोलन को सफल बनाने वाले युवाओं का आभार जताया। उन्होंने कहा कि वह सबसे पहले इस बात पर जोर देना चाहेंगे कि “देश को हिंसा से बचाया जाना चाहिए, ताकि हम छात्रों द्वारा दिखाए गए रास्ते पर आगे बढ़ सकें। बांग्लादेश एक परिवार है। हमें इसे एकजुट करना होगा। इसमें अपार संभावनाएं हैं।”
यूनुस एक सामाजिक उद्यमी और बैंकर हैं, जिन्हें माइक्रोफाइनेंस के काम के लिए 2006 का नोबेल शांति पुरस्कार मिला था। उनके काम से बांग्लादेश में गरीबी कम करने में मदद मिली और दुनिया भर में इसे व्यापक रूप से अपनाया गया। बांग्लादेश में राजनीतिक अस्थिरता को देखते हुए पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना को पद छोड़ना पड़ा और अब वह भारत आ गई हैं।