भोपाल: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि सिकल सेल एनीमिया से पीड़ित लोग जीवन भर इससे जूझते हैं. पूरी दुनिया में इस बीमारी के 50 प्रतिशत मरीज हमारे देश में हैं। पिछले 70 वर्षों में सिकल सेल एनीमिया बीमारी की कोई चिंता नहीं थी। इससे निपटने के लिए कोई ठोस योजना नहीं बनाई गई। इससे प्रभावित ज्यादातर लोग आदिवासी समाज से हैं।
आदिवासी समाज के प्रति उदासीनता के कारण पहले की सरकारों के लिए यह कोई मुद्दा नहीं था। लेकिन हमारी सरकार ने आदिवासी समाज की इस सबसे बड़ी चुनौती से निपटने का बीड़ा उठाया है। हमारे लिए आदिवासी समाज सिर्फ सरकारी आंकड़ा नहीं है. यह एक भावनात्मक मुद्दा होने के साथ-साथ संवेदनशील भी है। प्रधानमंत्री मोदी शनिवार को अपने एक दिवसीय मध्य प्रदेश प्रवास के दौरान शहडोल जिले के ग्राम लालपुर में राष्ट्रीय सिकल सेल एनीमिया उन्मूलन मिशन 2047 के शुभारंभ कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कार्यक्रम में रिमोट का बटन दबाकर इस राष्ट्रीय मिशन की शुरुआत की और मिशन के संबंध में गाइडलाइन भी जारी की। प्रधानमंत्री ने सिंगल क्लिक के माध्यम से 3.5 करोड़ लाभार्थियों को डिजिटल आयुष्मान कार्ड वितरित किये। एमपी में एक करोड़ पीवीसी आयुष्मान कार्ड के वितरण का भी उद्घाटन किया। इस दौरान प्रधानमंत्री ने अदिति यादव नाम की छोटी बच्ची समेत अन्य लाभार्थियों को आयुष्मान योजना के कार्ड बांटे।
कार्यक्रम में प्रधानमंत्री मोदी ने अपने संबोधन की शुरुआत जय सेवा, जय जोहार के नारे के साथ की। उन्होंने कहा कि आज मुझे रानी दुर्गावती जी की इस धरती पर आप सभी के बीच आने का मौका मिला है। मैं रानी दुर्गावती के चरणों में श्रद्धा सुमन अर्पित करता हूं। उनकी प्रेरणा से सिकल सेल एनीमिया उन्मूलन का मिशन शुरू किया जा रहा है। आज ही मध्य प्रदेश में एक करोड़ लोगों को आयुष्मान कार्ड भी दिये जा रहे हैं। मैं आप सभी को और मध्य प्रदेश की डबल इंजन सरकार को बधाई देता हूं। आज देश शहडोल की धरती से एक बड़ा संकल्प ले रहा है। यह संकल्प आदिवासी बच्चों और परिवारों को सिकल सेल एनीमिया से बचाना है।
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प्रधानमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार सिकल सेल एनीमिया जैसी गंभीर बीमारी को खत्म करने के लिए दिन-रात काम कर रही है। इन प्रयासों से टीबी के मामलों में कमी आई है। 2025 तक टीबी को खत्म करने पर काम चल रहा है। हमारी सरकार का प्रयास है कि लोगों की बीमारियाँ कम हों और बीमारियों पर होने वाला खर्च भी कम हो। इसीलिए आयुष्मान योजना लेकर आए हैं. यह कार्ड 5 लाख रुपये तक एटीएम की तरह काम करेगा. ये मोदी की गारंटी है. इस योजना के तहत अब तक पांच करोड़ लोगों का इलाज किया जा चुका है।
शादी से पहले अवश्य मिलान करें रक्त कुंडली: केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री
सभा को संबोधित करते हुए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. मनसुख मंडाविया ने कहा कि यह दिन इतिहास के सुनहरे पन्नों में लिखा जाएगा. इस दिन प्रधानमंत्री सिकल सेल जैसी बीमारियों को खत्म करने के लिए एक कार्यक्रम की शुरुआत कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि कई देशों ने इस बीमारी से छुटकारा पा लिया है। प्रधानमंत्री के मार्गदर्शन में इस बीमारी को खत्म करने के लिए एक बड़ी योजना तैयार की गई है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि बच्चों की शादी करते समय रक्त कुंडली का मिलान अवश्य करें।
आयुष्मान ग्राम सभाओं का आयोजन किया जाएगा जिसमें वंचित लाभार्थियों को आयुष्मान कार्ड बनवाने के लिए जानकारी दी जाएगी। आयुष्मान योजना से अब तक पांच करोड़ से ज्यादा लोग लाभान्वित हो चुके हैं। केंद्रीय मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते ने कहा कि राज्यपाल मंगूभाई पटेल के आने के बाद से सिकल सेल को लेकर लगातार चिंता बनी हुई है. प्रधानमंत्री इस पर विशेष ध्यान दे रहे हैं, उन्होंने आदिवासी इलाकों में इस बीमारी को जड़ से खत्म करने का संकल्प लिया है. आज इसकी शुरूआत शहडोल की धरती से हो रही है।
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