नई दिल्लीः प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को जापान के हिरोशिमा (hiroshima) में महात्मा गांधी की प्रतिमा का अनावरण किया। प्रतिमा मोतोयासु नदी के किनारे प्रतिष्ठित ए-बम डोम के करीब स्स्थापित की गई है। यहां हर दिन हजारों लोग (स्थानीय और पर्यटक) आते हैं। विदेश मंत्रालय के अनुसार, इस स्थान को शांति और अहिंसा के लिए एकजुटता के प्रतीक के रूप में चुना गया है। महात्मा गांधी ने अपना जीवन शांति और अहिंसा के लिए समर्पित कर दिया। यह स्थान वास्तव में गांधीजी के सिद्धांतों और जीवन से प्रतिध्वनित होता है, जो दुनिया और उसके नेताओं को निरंतर प्रेरित करते रहे हैं।
पीएम ने किया प्रतिमा का अनावरण
बता दें कि G-7 शिखर सम्मेलन के लिए प्रधानमंत्री की यात्रा के अवसर पर भारत और जापान के बीच मित्रता और सद्भावना के प्रतीक के रूप में भारत सरकार द्वारा हिरोशिमा (hiroshima) शहर को महात्मा गांधी की एक प्रतिमा भेंट की गई है। 42 इंच लंबी कांस्य प्रतिमा को पद्म भूषण राम वनजी सुतार ने तैयार किया है। अनावरण समारोह के दौरान प्रधानमंत्री के विशेष सलाहकार और संसद सदस्य नकातानी जनरल, भारतीय समुदाय, हिरोशिमा शहर के मेयर काज़ुमी मात्सुई, हिरोशिमा सिटी असेंबली के अध्यक्ष ततसुनोरी मोटानी, हिरोशिमा के सांसद और वरिष्ठ सरकारी अधिकारी और जापान में गांधी जी के अनुयायी गवाह बने।
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पीएम मोदी ने कहा कि मेरे लिए यह गर्व की बात है कि मैंने जापान के प्रधानमंत्री को जो बोधि वृक्ष भेंट किया था, वह यहां हिरोशिमा में लगाया गया है, ताकि यहां आने पर लोग शांति के महत्व को समझ सकें। हिरोशिमा में बापू की प्रतिमा अहिंसा के विचार को आगे बढ़ाएगी।
उन्होंने कहा कि हिरोशिमा (hiroshima) में महात्मा गांधी की प्रतिमा स्थापित करने और अनावरण करने का अवसर देने के लिए मैं जापान सरकार को धन्यवाद देना चाहता हूं। हम सभी को महात्मा गांधी के आदर्शों पर चलना चाहिए और विश्व कल्याण के पथ पर आगे बढ़ना चाहिए। महात्मा गांधी को यही सच्ची श्रद्धांजलि होगी। इस दौरान हिरोशिमा के मेयर मतसुई काजुमी ने कहा कि महात्मा गांधी ने जीवन भर अहिंसा को अपनाया। इस शहर में उनकी प्रतिमा की यह प्रस्तुति बहुत सार्थक है। हमारे विचार महात्मा गांधी की नीति से मेल खाते हैं।
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