भोपाल: मध्य प्रदेश में कोरोना के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं। जनवरी के शुरुआती 10 दिन में यहां रोजाना नये मामलों की संख्या दो हजार के पार पहुंच गई है। इसके बावजूद यहां स्कूल खुले हुए हैं। कई राज्यों में एक हजार से अधिक नये मामले सामने आने के बाद ही आठवीं और दसवीं तक स्कूलों की छुटिट्यां घोषित कर दी, लेकिन मध्य प्रदेश में नर्सरी तक के बच्चे स्कूल जा रहे हैं। अब तो स्कूली बच्चे भी संक्रमित हो रहे हैं, लेकिन सरकार ने अभी तक स्कूलों को बंद करने का निर्णय नहीं लिया। नागरिकों का कहना है कि यह छोटे-छोटे बच्चों की जान से खिलवाड़ करना है।
मध्य प्रदेश में दिसम्बर के अंतिम दिन कोरोना के 77 नये मामले आए थे। इसके बाद यह संख्या तेजी से बढ़ते हुए नौ जनवरी को दो हजार के पार पहुंच गई। सोमवार को भी यहां 2300 से अधिक नये मामले सामने आए हैं। इसके बावजूद राज्य के सभी स्कूल खुले हुए हैं। हालांकि, सरकार ने रात्रि कर्फ्यू व अन्य प्रतिबंध लगाए हैं, लेकिन इन प्रतिबंधों का कोई मतलब समझ में नहीं आता। मध्यप्रदेश में एक सप्ताह में 8600 से ज्यादा एक्टिव केस हो गए हैं। इसमें 286 बच्चे भी हैं। इसके बावजूद प्रदेश में छोटे बच्चे स्कूल जा रहे हैं। सरकार ने स्कूल 50 फीसदी क्षमता से खोलने के निर्देश दिए हैं, लेकिन संक्रमित बच्चों का आंकड़ा बढ़ता रहा है।
उल्लेखनीय है कि मध्य प्रदेश में कोरोना की दूसरी लहर के दौरान भारी जनहानि हुई थी। इसके बावजूद सरकार ने कोई सबक नहीं लिया। तीसरी लहर के दौरान बच्चे भी चपेट में आ रहे हैं। हालांकि, राहत की बात यह है कि अभी कुल संक्रमित मरीजों में बच्चों की संख्या 5 फीसदी है। फिलहाल, प्रदेश में 7833 सक्रिय प्रकरण हैं, जिनमें 286 बच्चे हैं। इंदौर में 150 और भोपाल में अभी 86 बच्चे संक्रमित हैं। ग्वालियर में 40 और जबलपुर में 4 हैं। अधिकांश राज्यों में स्कूल-कॉलेज बंद कर दिए गए हैं, लेकिन लगता है कि मध्य प्रदेश सरकार बड़ी अनहोनी का इंतजार कर रही है।
इधर, सोमवार को हुई शिक्षा विभाग की समीक्षा बैठक में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान कहा कि प्रदेश में फिलहाल पाबंदियां नहीं बढ़ाई जाएंगी। बच्चों के स्कूल बंद होंगे या नहीं, इसका फैसला भी दो-तीन दिन में लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि फिलहाल कोरोना के जो आंकड़े सामने आ रहे हैं, उस हिसाब से सख्त कदम उठाने की जरूरत नहीं है। मास्क लगाने को लेकर सख्ती बढ़ाई जाए।
बता दें कि मध्यप्रदेश में पिछले 24 घंटे में 2317 संक्रमित मिले हैं। इंदौर में 645, भोपाल में 489, ग्वालियर में 328 तो जबलपुर में 192 नए संक्रमित मिले हैं। इन्हीं चार शहरों में सबसे ज्यादा सक्रिय मरीज हैं और यही प्रदेश के सबसे बड़े हॉटस्पॉट भी हैं।
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शिक्षा मंत्री परमार बोले- हम वेट एंड वॉच की स्थिति में
प्रदेश में कोरोना को बढ़ते मामलों और स्कूली बच्चों के संक्रमण की चपेट में आने को लेकर स्कूल शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार ने कहा कि हम वेट एंड वाच की स्थिति में हैं। उन्होंने कक्षाएं लगने से लेकर परीक्षा तक के सवालों का एक ही जवाब दिया- हम समीक्षा कर रहे हैं। सही समय आने पर पॉजिटिव निर्णय लिए जाएंगे। मंत्री परमार का कहना है कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के साथ बैठक की है। हमने बैठक में आठवीं तक के स्कूल बंद करने का प्रस्ताव रखा था। मुख्यमंत्री ने दो से तीन दिन में निर्णय लेने के लिए कहा है। फिलहाल, हालात पर नजर बनाए हुए हैं।
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