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Pitru Paksha 2024: गया में कब से शुरू हो रहा पितृपक्ष मेला ? श्रद्धालुओं के लिए बनाई गई खास रणनीति

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Pitru Paksha 2024 , पटना: बिहार के गया में विश्व प्रसिद्ध पितृ पक्ष मेला 17 सितंबर से शुरू होगा। इसे देखते हुए जिला प्रशासन की ओर से तैयारियां तेजी से चल रही हैं। पितृ पक्ष के दौरान गया में लाखों श्रद्धालु आते हैं, जो अपने पितरों की मुक्ति के लिए तर्पण करते हैं। इस साल इस मेले में भीड़ प्रबंधन को लेकर पुख्ता तैयारियां की जा रही हैं। श्रद्धालुओं को किसी तरह की कोई परेशानी न हो इसको लेकर पूरी सतर्कता के साथ खास रणनीति बनाया जा रहा है।

डीएम ने व्यवस्थाओं का किया निरीक्षण

दरअसल, इन दिनों सभी नदियों और तालाबों का जलस्तर बढ़ा हुआ है। पितृ पक्ष के दौरान विभिन्न झीलों और नदियों में तर्पण किया जाता है। ऐसे में पूरी सतर्कता बरतने के निर्देश दिए गए हैं। इधर, गया के जिला पदाधिकारी त्यागराजन एसएम ने मेला क्षेत्र के विभिन्न स्थलों, पार्किंग स्थलों, सड़कों का घूम-घूम कर व्यवस्थाओं का निरीक्षण किया।

उन्होंने कहा कि इस साल यात्रियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए विष्णु पथ पर तेजी से नए पथ का निर्माण किया जा रहा है। इस नए एप्रोच पथ का उद्घाटन भी इसी पितृ पक्ष मेले में किया जाएगा। इस एप्रोच पथ पर जल संसाधन विभाग की ओर से पर्याप्त लाइट भी लगाई जा रही है।

रोशनी की पर्याप्त व्यवस्था

मेले (Pitru Paksha 2024) के बाद इन लाइटों का रख-रखाव नगर निगम द्वारा किया जाएगा। पितृ पक्ष मेला क्षेत्र में रोशनी की व्यवस्था के लिए ईईएसएल ने 3,584 स्ट्रीट लाइट तथा निगम ने 435 स्ट्रीट लाइट लगाई है। पितृ पक्ष मेला क्षेत्र में कुल 17 हाई मास्ट लाइट तथा 34 मिनी हाई मास्ट लाइट हैं, जिसमें से पांच हाई मास्ट लाइट तथा 15 मिनी हाई मास्ट लाइट सर्वे के बाद खराब पाई गई, जिसकी मरम्मत की प्रक्रिया चल रही है। इसके अलावा सीता कुंड द्वार से सीता पथ तथा चांद चौराहा से विष्णुपद मंदिर तक सजावटी लाइटों से पूरे मेला क्षेत्र को आकर्षक रूप दिया जाएगा।

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Pitru Paksha 2024: जिलाधिकारी ने सख्त निर्देश

इस वर्ष मेला क्षेत्र में विभिन्न बिजली के खंभों पर रोप लाइट लगाई जाएगी। निरीक्षण के दौरान जिला पदाधिकारी ने स्पष्ट निर्देश दिया कि रेलवे स्टेशन से मेला क्षेत्र में आने वाले श्रद्धालुओं को पूरी सुविधा मिले। जिला पदाधिकारी ने नगर आयुक्त गया नगर निगम को मेला क्षेत्र में सफाई व्यवस्था दुरुस्त रखने का निर्देश दिया। मेला क्षेत्र में विभिन्न स्थानों से कूड़े-कचरे की रात भर सफाई कराएं।

देश-विदेश से लाखों श्रद्धालु आते हैं ‘गया जी’

गौरतलब है कि इस साल पितृ पक्ष मेला 17 सितंबर से शुरू होगा। पितृ पक्ष मेले के दौरान देश ही नहीं बल्कि विदेश से लाखों तीर्थयात्री ‘गया जी’ आते हैं और अपने पूर्वजों की आत्मा की मुक्ति के लिए पिंडदान करते हैं। हिंदू धर्म में पितृ पक्ष का विशेष महत्व है। इसमें पूर्वजों की पूजा की जाती है।

मान्यता है कि अगर पूर्वज प्रसन्न होते हैं तो वे जीवन में आने वाली परेशानियों को दूर करते हैं और जीवन में सुख-समृद्धि प्रदान करते हैं। पितृ पक्ष के कारण ही गया बिहार का एकमात्र शहर है जिसे लोग ‘गया जी’ कहते हैं। बाहर से आने वाले श्रद्धालु भी इसे ‘गया जी’ कहकर संबोधित करते हैं। इस विश्व प्रसिद्ध मेले को 2015 में राजकीय मेले का दर्जा दिया गया था। अब इस मेले को अंतरराष्ट्रीय मेले का दर्जा देने की मांग उठने लगी है।

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