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लाॅकडाउन खुलते ही बेपरवाह हुए लोग, कोरोना प्रोटोकाॅल की उड़ा रहे धज्जियां

लखनऊः कोरोना के दूसरी लहर को लेकर लगाए गए कोरोना कर्फ्यू  के हटते ही बेपरवाही चरम पर दिखने लगी है। राजधानी लखनऊ में जगह-जगह कोरोना गाइडलाइन की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं। प्रशासन की लाख कोशिशाें के बावजूद लोग बाज नहीं आ रहे हैं, जो खतरे को निमंत्रण देने जैसा है। कोरोना वायरस से पीड़ितों की संख्या 600 से नीचे आने के बाद राजधानी लखनऊ में पिछले हफ्ते लाॅकडाउन खोल दिया गया, हालांकि वीकेंड लाॅकडाउन के अलावा नाइट कर्फ्यू  अभी भी लागू है। प्रतिबंधों के हटने से लोगों को राहत तो मिली, लेकिन बेपरवाही उन पर भारी पड़ सकती है। कोरोना की दूसरी लहर में जिन लोगों ने अपनों को खोया, उनके लिए यह किसी सदमे से कम नही है। प्रतिबंधों में ढील मिलने के बाद अब जिस तरह लोग लापरवाही बरत रहे हैं, उससे ऐसा लग रहा कि उनके मन से कोरोना का डर खत्म हो गया है। लोगों को समझना होगा कि कोरोना का कहर अभी थमा है, न कि खत्म हुआ है। खतरा अभी भी बना हुआ है। विशेषज्ञ सितम्बर-अक्टूबर में तीसरी लहर की चेतावनी दे रहे हैं। इन सबके बावजूद अगर लोग इस तरह की लापरवाही बरतेंगे, तो आने वाले समय में फिर राजधानी प्रतिबंधों के साये में होगी। पहली तस्वीर है हजरतगंज के मशहूर बाजपेयी पूडी भंडार की। यहां पर लोग एक-दूसरे से सटकर पूड़ी-सब्जी खरीदते दिखाई दिए। गनीमत सिर्फ इतनी थी कि यहां पर सलीके से लाइन लगाकर लोग खरीदारी कर रहे थे। कुछ मास्क में तो कुछ मास्क के बिना ही बीमारी को निमंत्रण देते दिखाई दिए। दूसरी तस्वीर हजरतगंज स्थित सर्वेश पूड़ी वाला की है। यहां पर लोग बेतरतीब तरीके से पूड़ी सब्जी खरीदते दिखाई दिए। यहां पर कोरोना गाइडलाइन्स का पालन कहीं भी होता नजर नहीं आया। इस दुकान में लोग भीड़ लगाकर बिना मास्क के पूड़ी सब्जी खरीदते दिखे। तीसरी तस्वीर कपूरथला में स्थित नगर निगम के कार्यालय के पीछे राजू छोला भटूरे वाले की है। यहां पर भारी भीड़ हर वक्त देखी जाती है, लेकिन कोरोना की वजह से यह भीड़ किसी खतरे से कम नही है। लोग बिना मास्क के यहां पर भी खरीदारी करते दिखाई दिए, जबकि यहां पर सुरक्षा की दृष्टि से दो पुलिस वाले हर वक्त रहते हैं। चौथी तस्वीर कपूरथला से पुरनिया के रास्ते की है। यहां पर सिकंदराबाद की मशहूर वेज बिरयानी नाम से लगे ठेले पर जमकर कोरोना दिशा-निर्देशों का उल्लंघन किया जा रहा था। लोग आम दिनों की तरह ही भीड़ लगाकर एक-दूसरे से सटे खरीदारी कर रहे थे। पांचवी तस्वीर अलीगंज सेंट्रल स्कूल के सामने की है, जहां पर वेज बिरयानी का कार्नर लगाया गया है। यहां पर भी लोग बिना मास्क के खरीदारी करते दिखे। कोरोनाकाल में जब तीसरी लहर की संभावना व्यक्त की जा रही है, तब ऐसी लापरवाही जानलेवा साबित हो सकती है। यह भी पढ़ेंःवर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिपः रहाणे ने बताया कैसे शॉट से जीता जा सकता है मैच

खतरनाक है लापरवाही - लखनऊवासियों को चाहिए कि कोरोना महामारी को गंभीरता से लेते हुए सतर्कता बरतें और कोरोना गाइडलाइन्स का पूरी तरह पालन करें। अगर ऐसा किया गया तो अपना शहर तीसरी लहर से लड़कर कोरोना पर जीत हासिल कर सकेगा। सामाजिक दूरी बनाना और मास्क सही तरीके से पहनना इस वक्त बहुत जरूरी है। डाॅ. सुमित महाराज निदेशक, आरएसएम हाॅस्पिटल बख्शी का तालाब