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बिरला बोले- देश की लोकतांत्रिक संस्थाओं को सशक्त बनाने में संसदीय समूह की अहम भूमिका

नई दिल्ली: लोक सभा अध्यक्ष ओम बिरला ने शुक्रवार को कहा कि अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर लोकतांत्रिक देशों के साथ विचारों के आदान-प्रदान में भारतीय संसदीय समूह की अहम भूमिका रही है । बिरला ने कहा कि भारतीय संसदीय समूह ने विभिन्न देशों के साथ संसदीय कूटनीति को बढ़ावा दिया है एवं देश के लोकतांत्रिक मूल्यों को निरंतर विश्व के साथ सांझा करने में अग्रणी भूमिका निभाई है। उन्होंने कहा कि देश के लोकतांत्रिक संस्थाओं को और सशक्त, मजबूत और पारदर्शी बनाने में भारतीय संसदीय समूह का अहम योगदान रहा है।

बिरला ने शुक्रवार को संसद भवन परिसर में भारतीय संसदीय समूह की वार्षिक आम बैठक कि अध्यक्षता की । बैठक में राज्य सभा के उप सभापति हरिवंश तथा राज्य सभा में सदन के नेता पीयूष गोयल ने भी भाग लिया। इस बैठक में लोक सभा व राज्य सभा के सौ से अधिक वर्त्तमान व भूतपूर्व सांसद भी शामिल हुए। बिरला ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि भारतीय संसदीय समूह समकालीन राजनीतिक, सामाजिक, आर्थिक तथा अन्य विषयों पर विचार साझा करता रहा है जिसका लाभ देश के आम जनमानस को मिला है।

समूह द्वारा आयोजित उत्कृष्ट सांसद पुरस्कार समारोह के विषय में बिरला ने बताया की यह पुरस्कार अब से एक लोक सभा की कार्य अवधि में दो बार आयोजित होगा। उन्होंने आगे बताया की इसी वर्ष 2018, 2019 व 2020 के लिए 'उत्कृष्ट सांसद पुरस्कार दिए जाएंगे। बैठक में टोक्यो ओलंपिक के पदक विजेताओं के अभिनंदन का प्रस्ताव प्रस्तुत किया गया जिसे सर्व सहमति से पारित किया गया।

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समूह की कार्यकारिणी समिति के प्रस्ताव का उल्लेख करते हुए बिरला ने बताया की अन्य देशों की संसदों के साथ बनने वाले मैत्री समूह में संसद सदस्यों की संख्या 9 से बढ़कर 12 की जाएगी जिसमें 4 सदस्य राज्य सभा एवं 8 सदस्य लोक सभा से होंगे। भारत की स्वाधीनता के 75 वर्ष पूर्ण होने पर अमृत महोत्सव के उपलक्ष्य पर संसद के विशेष सत्र के आयोजन पर भी कार्यकारिणी समिति ने सहमति जताई। कोरोना काल के कारण यह बैठक 17 वीं लोक सभा के कार्यकाल में पहली बार आयोजित की गयी थी।

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