नई दिल्लीः प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज बुधवार को लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव देने के लिए संसद पहुंचे। इस दौरान पीएम मोदी हल्के नीले रंग की सदरी पहने हुए नजर आए। जो चर्चा का विषय बनी हुई है। दरअसल पीएम मोदी ने जो सदरी पहनी है उसे प्लास्टिक की खराब बोतलों को रिसाइकिल करके बनाई गई है। इस सदरी को इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन ने बनाया है और बेंगलुरु में इंडिया एनर्जी वीक के मौके पर सोमवार को पीएम मोदी को भेंट की थी।
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दरअसल राष्ट्रपति के अभिभाषण पर लोकसभा में आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जवाब देने वाले हैं। विपक्ष के साथ-साथ देश को इस भाषण का इंतजार है। इस मौके पर पीएम जब प्लास्टिक की बोतलों से बनी सदरी पहन कर लोकसभा पहुंचे तो सभी सांसदों सहित देश ने इसे देखा और सराहा। पीएम मोदी के पहनने के बाद अब इस सदरी की हर जगह खूब चर्चा होनी शुरू हो गई है।
Hon'ble Shri @narendramodi, presented with a dress made out of recycled PET bottles under #IndianOil's #Unbottled initiative by @ChairmanIOCL.
We will convert 100 million PET Bottles annually to make uniforms for our on-ground teams & non-combat uniforms for our armed forces. pic.twitter.com/aRoK3fXY7Y
— Indian Oil Corp Ltd (@IndianOilcl) February 6, 2023
100 मिलियन बोतलों को रिसाइकिल करेगा
बता दें कि इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन (IOCL) कपड़ा बनाने के लिए सालाना 100 मिलियन पीईटी बोतलों को रिसाइकिल करेगा, ताकि अर्थव्यवस्था को कार्बन मुक्त किया जा सके। फेंकी गई बोतलों से कपड़ा बनाने की प्रक्रिया में एकत्रित पीईटी बोतलों को धोना, सुखाना और छोटे चिप्स में तोड़ना शामिल है। बजट में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने सरकार की सात प्राथमिकताओं में ऊर्जा परिवर्तन और शुद्ध शून्य उद्देश्यों को प्राप्त करने और हरित विकास को सूचीबद्ध करने के लिए 35,000 करोड़ रुपये का खाका तैयार किया।
वहीं प्रधानमंत्री मोदी ने आईओसी की इस पहल की तारीफ करते हुए कहा कि ग्रीन ग्रोथ और एनर्जी ट्रांजिशन की तरफ भारत के प्रयास हमारी वैल्यूज को रिफ्लेक्ट करते हैं। सर्कुलर इकॉनमी एक तरह से हर भारतीय जीवनशैली का हिस्सा है। उन्होंने कहा, ‘Reduce, Reuse और Recycle का मंत्र हमारे संस्कारों में रहा है। आज इसका भी एक उदाहरण हमें यहां अभी देखने को मिला है।
कंपनी कैसे बनती है कपड़ा?
दरअसल बॉटल्स से पहले फाइबर बनाया जाता है और फिर इससे यार्न तैयार किया जाता है। यार्न से फिर फैब्रिक बनता है और फिर सबसे अंत में गारमेंट तैयार किया जाता है। रिसाइकिल बॉटल से बनी जैकेट की रिटेल मार्केट में कीमत 2,000 रुपए है। कंपनी ने पेट्रोल पंप एवं LPG एजेंसी पर तैनात अपने कर्मचारियों के लिए ऐसी वर्दी बनाने की योजना बनाई है। इसे Unbottled इनिशिएटिव नाम दिया गया है।
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