नई दिल्लीः संसद (Parliament) के मानसून सत्र (Monsoon Session) के दूसरे दिन भी विपक्षी दलों ने जोरदार हंगामा किया। हंगामे के चलते लोकसभा और राज्यसभा की कार्यवाही को 20 जुलाई की सुबह तक के लिए स्थगित कर दिया गया है। विपक्षी दल दूसरे दिन भी जीएसटी, महंगाई, अग्निपथ और अन्य मुद्दों पर चर्चा की मांग को लेकर विरोध प्रदर्शन के बाद मंगलवार को राज्यसभा की कार्यवाही दिनभर के लिए स्थगित कर दी गई। राज्यसभा में मंगलवार को विपक्षी सदस्यों ने लगातार दूसरे दिन जीएसटी, मूल्य वृद्धि, अग्निपथ और अन्य मुद्दों पर चर्चा की मांग को लेकर जोरदार विरोध प्रदर्शन किया।
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मानसून सत्र के दूसरे दिन की कार्यवाही शुरू होते ही तमाम विपक्षी सांसदों ने महंगाई व अन्य मुद्दों पर सरकार के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी। विपक्षी सदस्यों ने सदन (Parliament) में तख्तियां लहराईं। सुबह सदन की कार्यवाही शुरू होते ही विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे और अन्य विपक्षी सदस्यों ने नियम 267 के तहत ‘अग्निपथ’, जीएसटी दरों में वृद्धि, मूल्य वृद्धि के अलावा अन्य मुद्दों पर चर्चा करने के लिए बिजनेस नोटिस दिया, जिसे खारिज कर दिया गया।
जैसे ही सदस्यों ने इसके लिए दबाव बनाना जारी रखा, सभापति एम. वेंकैया नायडू ने सदन को दोपहर 2 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया। दोपहर 2 बजे जब राज्यसभा की कार्यवाही फिर से शुरू हुई, तो विपक्षी सदस्यों ने जीएसटी, मूल्य वृद्धि, अग्निपथ और अन्य मुद्दों पर चर्चा की मांग करते हुए अपना विरोध जारी रखा। राज्यसभा के उपसभापति ने कहा कि सदन में केवल सूचीबद्ध कार्य ही उठाए जाएंगे।
हंगामे के बीच, केंद्रीय विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर ने लोकसभा द्वारा पारित सामूहिक संहार के आयुध और उनकी परिदान प्रणाली (विधि विरुद्ध क्रियाकलापों का प्रतिषेध) अधिनियम, 2005 में संशोधन के लिए विधेयक पेश किया और विधेयक को पारित कर दिया गया। हालांकि इस बीच विपक्षी सदस्य नारेबाजी करते रहे, जिसके बाद उपसभापति ने सदन को 20 जुलाई तक के लिए स्थगित कर दिया।
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