नई दिल्लीः पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल (Prakash Singh Badal) का मंगलवार को निधन हो गया। 95 वर्षीय बादल ने मोहाली के एक निजी अस्पताल में अंतिम सांस ली। बादल पांच बार (1970-71, 1977-80, 1997-2002, 2007-12 और 2012-17 में) पंजाब के मुख्यमंत्री रहे। पंजाब के दिग्गज नेता के निधन पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, कांग्रेस नेता राहुल गांधी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान सहित तमाम नेताओं ने शोक जताया है। बादल के निधन पर केंद्र सरकार ने दो दिन का राष्ट्रीय शोक घोषित किया है। पंजाब सरकार ने बुधवार को एक दिन के सार्वजनिक अवकाश की घोषणा की है।
राष्ट्रपति और पीएम मोदी ने जताया शोक
राष्ट्रपति मुर्मू ने ट्वीट किया- प्रकाश सिंह बादल (Prakash Singh Badal) आजादी के बाद के सबसे बड़े राजनीतिक दिग्गजों में से एक थे। उनका निधन एक शून्य छोड़ गया है। उपराष्ट्रपति धनखड़ ने बादल के निधन को देश के लिए बड़ी क्षति बताया। प्रधानमंत्री मोदी ने शोक व्यक्त करते हुए इसे ‘व्यक्तिगत क्षति’ बताया। वहीं पीएम मोदी ने कहा कि उन्होंने न केवल पंजाब की प्रगति के लिए अथक परिश्रम किया, बल्कि देश के विकास में भी अतुलनीय योगदान दिया।
शोक जताने वालों में उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड़, लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला, रक्षामंत्री राजनाथ सिंह, चंडीगढ़ के प्रशासक बनवारी लाल पुरोहित, पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर प्रमुख हैं।
1957 में पहली बार बनी विधायक
गौरतलब है कि प्रकाश सिंह बादल 1957 में पहली बार कांग्रेस सदस्य के रूप में मलोट निर्वाचन क्षेत्र से विधायक बने। इसके बाद वह गिद्दड़बाहा विधानसभा सीट से मैदान में उतरे और वहां उन्हें 1969 के मध्यावधि चुनाव के दौरान अकाली दल के टिकट पर विधायक के रूप में चुने गए।
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