पलामू (Palamu): हर तरफ नये साल का जश्न शुरू हो गया है। वहीं, पलामू में एक परिवार अपने बेटे का शव देखने के लिए चार दिनों से परेशान है। दोस्तों के साथ पिकनिक मनाने गए चैनपुर निवासी धर्मेंद्र कमलापुरी का चार दिन बाद भी पता नहीं चला है।
रानीताल डैम में गुरुवार को चौथे दिन भी धर्मेंद्र के शव की तलाश जारी रही। गुरुवार शाम तक शव ढूंढने के बाद एनडीआरएफ रांची लौट गयी। आपको बता दें कि एनडीआरएफ की 17 सदस्यीय टीम बुधवार को पलामू पहुंची थी। दो दिनों तक सुबह 9 बजे से शाम 5 बजे तक बांध का कोना-कोना खोजा गया, लेकिन धर्मेंद्र का शव नहीं मिला। मालूम हो कि सोमवार को दोस्तों ने धर्मेंद्र (42) के डूबने की सूचना दी।
दोस्त फरार, मोबाइल बंद
इधर, इस मामले में एक नया मोड़ सामने आ रहा है। धर्मेंद्र द्वारा अपने परिजनों को उसके डूबने की सूचना देने के बाद से पिकनिक मनाने गये उसके दोस्त फरार हैं। सभी के मोबाइल फोन भी बंद हैं। धर्मेंद्र के पिता का कहना है कि उसके दोस्तों ने ही धर्मेंद्र की हत्या कर शव को कहीं छिपा दिया है और खुद को बचाने के लिए उसके डूबने की कहानी बना रहे हैं। पिता ने बेटे की हत्या का आरोप लगाते हुए भदगावा के छोटू डीजे, संतोष राम चंद्रवंशी और चैनपुर के रमेश प्रसाद के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने के लिए चैनपुर थाने में आवेदन दिया है।
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रानीताल डैम पर पिकनिक मनाने गया था धर्मेंद्र
पिता शिवनाथ प्रसाद कमलापुरी का कहना है कि 25 दिसंबर को धर्मेंद्र दोस्तों के साथ रानीताल डैम पर पिकनिक मनाने गया था। दोपहर 12 बजे उसने पत्नी को फोन कर जल्दी घर आने को कहा। इसके कुछ ही देर बाद उसके डूबने की जानकारी दी गई।
स्थानीय प्रशासन ने मछुआरों से शव की तलाश करने को कहा, लेकिन शव नहीं मिला। उम्मीद थी कि अगले दिन मंगलवार को शव फूलकर अपने आप पानी की सतह पर तैर आएगा। जब ऐसा नहीं हुआ तो डीसी शशि रंजन ने एनडीआरएफ की टीम को बुलाया। बुधवार से ही एनडीआरएफ की टीम धर्मेंद्र की तलाश कर रही थी।
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