इस्लामाबाद: पाकिस्तान में श्रीलंकाई मूल के नागरिक की भीड़ द्वारा पीट-पीटकर हत्या किए जाने को पाकिस्तान के रक्षा मंत्री परवेज खट्टक जायज ठहरा रहे हैं वहीं, प्रधानमंत्री इमरान खान विश्व को न्याय दिलाने और आरोपितों को सजा दिलाने का भरोसा दे रहे हैं।
परवेज खट्टक ने सियालकोट में श्रीलंकाई नागरिक प्रियंता कुमारा की लिंचिंग को जायज ठहराते हुए कहा कि यह धार्मिक भावनाओं से प्रेरित गुस्साए युवकों का काम था। इस वारदात के लिए सरकार पर आरोप लगाना सही नहीं है। उन्होंने कहा कि जब धर्म की बात आएगी तो मैं भी उत्तेजित हो जाऊंगा और गलत कर बैठूंगा।’ खट्टक के इस बयान की देश में ही आलोचना होने लगी है।
जानकारी के अनुसार सियालकोट जिले में शुक्रवार को उन्मादी भीड़ के हमले में मारे गए कपड़ा फैक्टरी के महाप्रबंधक प्रियंता कुमारा के शरीर का अवशेष सोमवार को कोलंबो पहुंचा। इससे पहले लाहौर हवाईअड्डे पर पंजाब के अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री एजाज आलम ने ताबूत में बंद प्रियंता के शरीर का अवशेष श्रीलंकाई उच्चायोग के अधिकारियों को सौंपा।
फैक्टरी को जलाना व मालिक की भी हत्या करना चाहती थी भीड़
पाक पुलिस ने दावा किया कि भीड़ कपड़ा फैक्टरी को आग के हवाले करते हुए उसके मालिक की भी हत्या करना चाहती थी। फैक्टरी के महाप्रबंधक व श्रीलंकाई नागरिक प्रियंता कुमारा की बर्बर हत्या करने वाली भीड़ ने कई बोतलों में पेट्रोल इकट्ठा कर रखा था। भीड़ फैक्टरी मालिक की पिटाई कर रही थी, तभी पुलिस आ गई और उसे बचा लिया।