जयपुर: राजस्थान विधानसभा का मानसून सत्र चल रहा है। मंगलवार को विधानसभा में सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच खींचतान देखने को मिली। इस दौरान नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने BJP की भजनलाल सरकार पर हमला बोला। उन्होंने राजस्थान सरकार पर कानून और नियमों की अनदेखी करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा, “विधानसभा अध्यक्ष ने हमारे पार्टी के सदस्यों को सदन से बाहर निकाल दिया। यह सरकार सत्ता के नशे में है।”
टीकाराम जुली भाजपा पर साधा निशाना
टीकाराम जूली ने कहा, “हमारी पार्टी ने सोमवार को सदन में सरकारी वकील की नियुक्ति का मुद्दा उठाया था। लेकिन, इस मुद्दे से ध्यान भटकाने के लिए सरकार एक प्रस्ताव लेकर आई और विधानसभा अध्यक्ष ने हमारे सदस्यों को सदन से बाहर निकाल दिया। राजस्थान सरकार सत्ता के नशे में है और यहां नियम और कानूनों की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं।”
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कांग्रेस नेता ने कहा, “भारत सरकार के नियमों और कानूनों का पालन करना राज्य सरकार की जिम्मेदारी है। देश के गृह मंत्रालय की गाइडलाइन है कि कोई भी मंत्री अपने परिवार को लाभ का कोई पद नहीं देगा, लेकिन जोगाराम पटेल के बेटे को एएजी बना दिया गया है। यह सरकार देश के गृह मंत्री अमित शाह के आदेश का पालन नहीं कर रही है। जब हमने सदन में यह मुद्दा उठाया तो हमारे सदस्य को निलंबित कर दिया गया। हमारी बात नहीं सुनी जा रही है और राज्य में तानाशाही चल रही है।”
टीकाराम जूली ने सदन में धक्का-मुक्की का उठाया मुद्दा
नए कानूनों का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा, “देश में नए कानून बीएनएस के तहत अधिवक्ताओं की नियुक्ति होनी थी। लेकिन, ये नियुक्तियां सीआरपीसी के तहत की गईं। हमारे मुद्दे से बचने के लिए सदन को भ्रमित किया जा रहा है।” नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने भी सदन में विधायकों के साथ धक्का-मुक्की का मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा, “सोमवार को सदन में हमारे कई विधायकों के साथ धक्का-मुक्की की गई। पुरुष कांस्टेबलों ने महिलाओं के साथ मारपीट की। सोमवार को सदन में जो हुआ, वह तानाशाही से कम नहीं है। सदन में हमारे सदस्यों के साथ पहले भी ऐसा हो चुका है।”