लखनऊ: यूपी पुलिस ने प्रदेश में अपराधियों पर नजर रखने, अपराध पर नियंत्रण करने और घटनाओं के अनावरण के लिए सीसीटीवी कैमरों का इस्तेमाल कर आम जनता खासकर महिलाओं में सुरक्षा की भावना पैदा करने की कवायद शुरू कर दी है। यूपी के पुलिस महानिदेशक द्वारा समस्त जोनल अपर पुलिस महानिदेशक, पुलिस आयुक्त, परिक्षेत्रीय पुलिस महानिरीक्षक, पुलिस उपमहानिरीक्षक एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक व पुलिस अधीक्षक को प्रदेश के समस्त जनपदों में संगठित तरीके से सीसीटीवी कैमरे व्यवस्थापित करने के निर्देश जारी कर दिए हैं।
राजधानी पुलिस की “हर घर कैमरा” योजना जो जनता द्वारा वर्तमान में स्थापित कैमरों के अतिरिक्त पुलिस द्वारा लोगों से अपील कर इस योजना को बृहद एवं संगठित तरीके से किये जाने हेतु ‘‘आपरेशन दृष्टि‘‘ का प्रारम्भ किया जा रहा है।
इसी क्रम में प्रदेश के सभी जनपदों के शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्र में लगाये जाने वाले सीसीटीवी कैमरों के संचालन व अधिष्ठापन में एकरूपता हेतु तैयार की गयी मानक संचालन प्रक्रिया के सम्बंध में पुलिस महानिदेशक द्वारा दिशा निर्देश जारी कर दिए गए हैं।
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उद्देश्य
जनसुरक्षा, विशेष रूप से महिला सुरक्षा को पुख्ता बनाकर उनके अंदर एक नई सुरक्षा की भावना जगाई जा सके। कैमरों के फुटेज का अपराधिक घटनाओं के अनावरण में प्रयोग कर पुलिस की छवि को बेहतर बनाया जाए। कैमरों के फुटेज का विवेचना में इस्तेमाल कर निर्दोश व्यक्तियों को बचाना और वास्तविक अपराधी की खोज करना होना चाहिए। सेफ सिटी व स्मार्ट सिटी में लगने वाले कैमरों के साथ जुड़कर सुरक्षित वातावरण व अन्य योजनाओं की निगरानी में इनका इस्तेमाल किया जा सके।
दिशा-निर्देश
समाज के विभिन्न वर्गों के संभ्रांत एवं सक्षम व्यक्तियों से संपर्क कर जन-सुरक्षा एवं अपराध नियंत्रण में सीसीटीवी कैमरों के महत्व को बताते हुए जनता के सहयोग से सीसीटीवी कैमरे लगाए जाने से संबंधित इस अभियान में सहभागिता करने हेतु उनसे अपील किया जाये। स्थानीय पुलिस (थाना प्रभारी, बीट उपनिरीक्षक व बीपीओ) द्वारा अपने क्षेत्र के संभ्रांत व्यक्तियों से व्यक्तिगत संपर्क कर सीसीटीवी कैमरे के महत्व के बारे में बताते हुए एक या अधिक स्थानों पर कैमरे लगाये जाने हेतु उन्हें प्रोत्साहित किया जाये।
मीडिया के विभिन्न आयामों के माध्यम से इस अभियान के बारे में बताते हुए जागरूक नागरिकों को इसमें सहभागिता करने हेतु अपील किया जाये। अभियान के तहत लगाए गए कैमरों के फुटेज की सहायता से अनावरित हुई घटनाओं के संबंध में बताते हुए मीडिया-ब्रीफिंग एवं जनता से व्यक्तिगत वार्तालाप में सीसीटीवी कैमरों के महत्व को रेखांकित किया जाय तथा जागरूक नागरिकों को इस अभियान से जुड़ने हेतु मनोवैज्ञानिक रूप से प्रेरित किया जाये ।
कैमरों का मानक
सीसीटीवी कैमरे निर्धारित मानक के हो तथा उनकी गुणवत्ता उच्चकोटि की होे, जिससे उनमें एकरूपता बनी रहे एवं आवश्यकता पड़ने पर उनका सदुपयोग हो सके। कैमरों में इन्टरनेट के स्थायी कनेक्टिविटी की सुविधा का विशेष ध्यान रखा जाये। सीसीटीवी कैमरों के साथ लगने वाले उपकरणों जैसे एनवीआर, डीवीआर, पीओई इत्यादि को मानक के अनुरूप रखा जाय, ताकि सीसीटीवी उपकरणों का संचालन निर्वाद रूप से सुनिश्चित हो सके।
कैमरा लगाए जाने हेतु स्थानों का चयन
सुरक्षा एवं अपराध-नियंत्रण के दृष्टिकोण से कैमरा लगाने हेतु आवश्यक सार्वजनिक स्थानों, चौराहों व तिराहों का सावधानीपूर्वक चयन किया जाए। इसमें थाना प्रभारी के अतिरिक्त संबंधित क्षेत्राधिकारी एवं अन्य अधिकारियों के विचारों को भी शामिल किया जाए। कैमरे लगाने हेतु स्थानों का चयन करते समय पूर्व में घटित घटनाओं वाले स्थान तथा आपराधिक दृष्टि से संवेदनशील स्थानों का प्राथमिकता से चयन किया जाये। प्रायोजको संभ्रान्त नागरिकों, व्यावसायिक बैंक, पेट्रोल पम्प आदि प्रतिष्ठानों को अपने निजी प्रतिष्ठानों पर लगे कैमरों का फोकस पार्क, सड़क व सार्वजनिक स्थान की तरफ करने हेतु प्रेरित किया जाये।
आपरेशन दृष्टि के अन्तर्गत अधिक से अधिक सीसीटीवी कैमरों लगवाने व जनसहभागिता में वृद्धि करने हेतु प्रयास किए जाए। मोहल्ला समिति, नागरिक संगठन, आर डब्ल्यू ए तथा विभिन्न स्वयं सेवी सस्थाओं के साथ स्थानीय पुलिस अधिकारियों के स्तर पर नियमित गोष्ठी की जाये। गोष्ठी का समाचार माध्यमों तथा सोशल मीडिया के माध्यम से प्रचार प्रसार कराया जाये। सीसीटीवी कैमरे स्थापित कराने वाले निवासियों व नागरिकों को गोष्ठी में सम्मानित किया जाये। स्थानीय जनप्रतिनिधियों जैसे सभासद, ग्राम प्रधान आदि को भी सम्मिलित किया जाये। स्थानीय मजिस्ट्रेट को भी इस संवाद की प्रक्रिया में शामिल किया जाये।
कमाण्ड् एंड कंट्रोल सेन्टर
लगाए गए कैमरों के बेहतर उपयोग तथा इनके फुटेज के बेहतर विश्लेषण के लिए पुलिस कन्ट्रोल रूम, यूपी-112 कंट्रोल रूम में ‘ऑपरेशन दृष्टि’ का कंट्रोल रूम स्थापित किया जायेगा, जिससे किसी घटना की स्थिति में विभिन्न स्थानों के बीच लगे हुए कैमरों के फुटेज का तुलनात्मक अध्ययन करते हुए विश्लेषण किया जा सके। इस कंट्रोल रूम के द्वारा शहर के अन्दर लगाये गये उच्च गुणवत्ता के सीसीटीवी कैमरों की लाइव मॉनिटरिंग भी की जायेगी।
रिपोर्ट-पवन सिंह चौहान