सोनीपत: लखीमपुर खीरी की घटना को लेकर संयुक्त मोर्चा के आह्वान पर सोनीपत के रेलवे स्टेशन पर सोमवार को किसानों का एक दल पहुंचा रेलवे ट्रैक पर बैठ गया। हालांकि इंद्र देव ने रुक-रुक कर हल्की बरसात का लगातार जारी रखी। लेकिन किसानों और सुरक्षा कर्मियों ने अपनी उपस्थित बनाए रखी।
पुलिस प्रशासन भारी संख्या में रेलवे स्टेशन पर तैनात किया गया है। बैरीकेट लगाकर भीड़ को काबू करने के बंदोबस्त किये गए हैं। रेल यात्रियों को भारी दिक्कत परेशानी का सामना करना पड़ा है। रेलवे ने भी सभी ट्रेनों को सुबह दस बजे से शाम चार बजे तक रद्द कर दिया है। सोनीपत सिटी मजिस्ट्रेट जितेंद्र जोशी और डीएसपी हंसराज मौके पर सुरक्षा व्यवस्था को लेकर चौकसी बनाए हुए हैं।
भारतीय किसान यूनियन (अंबावत) के राष्ट्रीय प्रवक्ता डॉ. राजेश दहिया ने कहा कि संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर सभी किसान संगठनों के साथ सोनीपत रेलवे स्टेशन पर ट्रैक पर किसान बैठ गए थे। दिल्ली-अंबाला के ट्रैक पर रोक दिया गया। किसान तीन कृषि कानून को समाप्त करने की मांग को लेकर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। यह तीन काले कानून हैं। किसान भाजपा सरकार भारत से जनहित में तत्काल समाधान की मांग कर रहे हैं।
सोनीपत रेलवे स्टेशन पर किसान और अन्य मजदूर संगठनों ने रेल रोको अभियान में शिरकत की। दिल्ली की सीमाओं पर तीन कृषि कानूनों के खिलाफ 10 महीने से लगातार किसान बैठे हुए हैं वहीं लखीमपुर की घटना के बाद संयुक्त किसान मोर्चा ने आह्वान किया था किसानों का कहना है कि जल्द से जल्द अजय मिश्रा को बर्खास्त किया जाए। उन्हें बर्खास्त नहीं किया जाता है, तो आने वाली 26 तारीख को लखनऊ में बड़ी पंचायत बुलाई गई है।
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उसमें कोई बड़ा फैसला संयुक्त किसान मोर्चा की ओर से लिया जा सकता है।ईश्वर सिंह, श्रद्धानंद सोलंकी किसान का कहना है कि दशहरे के दिन सिंघु बॉर्डर पर हुई घटना के बारे में किसानों ने कहा कि वह बहुत निंदनीय है और वह इसका विरोध करते हैं। ऐसी घटनाएं नहीं होनी चाहिए। संयुक्त किसान मोर्चा पहले ही इस घटना पर बोल चुका है कि इस घटना से सिर्फ किसान मोर्चा का कोई लेना देना नहीं है।
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