राजनीति

पिछली गलतियों को दोहराना नहीं चाहते ओमप्रकाश राजभर, बना रहे नए समीकरण

Omprakash Rajbhar learn

 लखनऊ: भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) गठबंधन में शामिल सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) ने उत्तर प्रदेश की घोसी लोकसभा सीट से अरविंद राजभर को अपना उम्मीदवार बनाया है। सुभासपा अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर 2019 के चुनाव नतीजों से सीख लेकर अपने बेटे और घोसी प्रत्याशी अरविंद राजभर को जिताने के लिए तरह-तरह के समीकरण बनाकर आगे बढ़ रहे हैं।

 गांवों में बिताया समय

 सुभासपा अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश सरकार में मंत्री ओमप्रकाश राजभर हाल ही में मऊ जिले के उस गांव पहुंचे जहां मेघालय के राज्यपाल फागू चौहान रहते हैं। सुभासपा के तमाम कार्यकर्ताओं से मुलाकात करते हुए ओमप्रकाश राजभर ने फागू चौहान से उनके आवास पर शिष्टाचार मुलाकात की। राज्यपाल से ओमप्रकाश राजभर को मिला जीत का आशीर्वाद। घोसी लोकसभा चुनाव में दो लाख 70 हजार चौहान (नोनिया) मतदाताओं को संदेश देने के लिए ओमप्रकाश राजभर ने फागू चौहान के आवास पर काफी समय बिताया और चुनाव को लेकर चर्चा करते रहे।

 राज्यपाल फागू चौहान के आवास पर ओमप्रकाश राजभर के साथ घोसी लोकसभा प्रत्याशी अरविंद राजभर भी मौजूद रहे। फागू चौहान के आवास से निकलने के बाद ओमप्रकाश राजभर ने चौहान बाहुल्य गांवों में समय बिताया और ग्रामीण क्षेत्रों के जन प्रतिनिधियों से मुलाकात की।

 बूथ को मजबूत करने की अपील

 कैबिनेट मंत्री सूर्य प्रताप शाही घोसी लोकसभा सीट के मधुबन विधानसभा क्षेत्र में बीजेपी के बैनर तले आयोजित बूथ कार्यकर्ता मिलन कार्यक्रम में पहुंचे थे, जहां एनडीए प्रत्याशी अरविंद राजभर को आमंत्रित किया गया था। अरविंद राजभर ने बीजेपी नेताओं और कार्यकर्ताओं से उनके पक्ष में प्रचार में जोर लगाने का आग्रह किया। इस कार्यक्रम में ओमप्रकाश राजभर भी शामिल हुए और उन्होंने सुभासपा और बीजेपी कार्यकर्ताओं से मिलकर प्रचार में जुटने और बूथ को मजबूत रखने की अपील की।

 मधुबन विधानसभा में स्वर्ण मतदाताओं की बहुलता होने के कारण ओमप्रकाश राजभर ने सुभासपा के कार्यकर्ताओं से भाजपा के नेताओं और कार्यकर्ताओं के साथ कदम से कदम मिलाकर चलने को कहा और 'प्रत्येक दिन महत्वपूर्ण है' का नारा दिया। 

त्रिकोणीय है सकता है मुकाबला

पार्टी के इकलौते प्रत्याशी और बेटे अरविंद को जिताने के लिए ओमप्रकाश राजभर ने 80 हजार ब्राह्मण वोटरों, 2 लाख 70 हजार चौहान वोटरों और दो लाख राजभर वोटरों को पूरी तरह एक साथ लाने के लिए कार्यकर्ताओं की टोली बनाई है और उन्हें मैदान में उतारा है। इसके अलावा लोकसभा में चार लाख तीस हजार दलित मतदाताओं के लिए सुभासपा नेताओं को गांव-गांव तैनात किया जा रहा है।

 2019 के लोकसभा चुनाव में सुभासपा प्रत्याशी महेंद्र को सिर्फ 3.5 फीसदी वोट मिले थे। इस साल बीजेपी को 39.56 फीसदी वोट मिले थे। जबकि बहुजन समाज पार्टी (बसपा) को सबसे ज्यादा 50.3 फीसदी वोट मिले। 2019 के लोकसभा चुनाव में सपा और बसपा ने हाथ मिलाया था। जिसके चलते घोसी सीट बसपा के खाते में चली गई। फिर भी सुभासपा प्रत्याशी महेंद्र अपने समर्थकों का पूरा वोट (करीब 10 फीसदी) अपने पक्ष में करने में सफल नहीं हो सके।

 

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घोसी उपचुनाव 2023 में बीजेपी प्रत्याशी दारा चौहान हार गए और सपा के सुधाकर सिंह चुनाव जीत गए। लोकसभा चुनाव 2024 में घोसी के 1.60 लाख यादव वोटर, 3.30 लाख मुस्लिम वोटर और करीब 1.5 लाख भूमिहार वोटरों को अपने साथ बताने वाले सपा प्रत्याशी राजीव राय का सीधा मुकाबला सुभासपा प्रत्याशी अरविंद राजभर से है। बसपा प्रत्याशी के आने के बाद चुनाव मैदान में त्रिकोणीय मुकाबला होगा।

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