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जल जीवन मिशन के कार्य गुणवत्तापूर्ण और समय-सीमा पर पूरा करें अधिकारी: मंत्री यादव

भोपालः लोक स्वास्थ्य मंत्री राज्य मंत्री बृजेन्द्र सिंह यादव ने विभाग के मैदानी अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि जल जीवन मिशन के कार्यों को गुणवत्ता के साथ समय-सीमा में पूरे किए जाना सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि मिशन केन्द्र और राज्य सरकार की प्राथमिकता में है। इसके जरिए समग्र ग्रामीण परिवारों को नल कनेक्शन से जल उपलब्ध करवाया जाना है। राज्यमंत्री यादव ने अधिकारियों से कहा कि मिशन में पूरी की जा चुकी नलजल योजनाओं का लाभ निरन्तर ग्रामीणों को मिलता रहे, इसकी सतत मॉलिटरिंग की जाये। यह जानकारी मंगलवार को जनसंपर्क अधिकारी समर चौहान ने दी।

उन्होंने बताया कि राज्य मंत्री यादव ने कहा है कि मिशन में जल संरचनाओं का निर्माण समय-सीमा में पूरा हो और ग्रामीण आबादी को इसका लाभ मिले, इसके लिए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा इसकी समय-समय पर समीक्षा की जाती है। राज्य मंत्री यादव ने बताया कि विगत सप्ताह मुख्यमंत्री चौहान द्वारा जल जीवन मिशन की समीक्षा बैठक में निर्देश दिए गये कि नलजल योजनाओं के कार्य इस प्रकार किए जायें कि ग्रामीण परिवारों को इनका दीर्घकालिक लाभ मिले।

29 हजार करोड़ से अधिक के कार्य जारी

प्रदेश की समूची ग्रामीण आबादी को नल से जल उपलब्ध कराने के लिए जल जीवन मिशन में समूह एवं एकल नलजल योजनाओं का निर्माण और विस्तार निरन्तर किया जा रहा है। लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग द्वारा मिशन में 34 हजार 171 ग्रामों के सभी परिवारों को घर में नल कनेक्शन से जल दिए जाने की नलजल योजनाओं की स्वीकृति दी जा चुकी है। विभिन्न जिलों में 29 हजार 644 करोड़ रूपये की नलजल योजनाओं के कार्य किये जा रहे हैं।

4030 ग्रामों में शत-प्रतिशत परिवारों को नल से जल

जल जीवन मिशन में अब तक 4030 ग्रामों के शत-प्रतिशत परिवारों को नल कनेक्शन से प्रतिदिन जल उपलब्ध करवाने की सुचारू व्यवस्था की जा चुकी है। ग्रामीण क्षेत्र के इन घरों में नल से जल की उपलब्धता होने से ग्रामीण परिवारों (विशेषकर महिला वर्ग) के जीवन स्तर में बदलाव आ रहा है। मिशन क्रियान्वयन के पूर्व प्रदेश में ग्रामीण परिवारों को घरेलू नल कनेक्शन से जलापूर्ति 11 प्रतिशत थी, जो अब बढ़कर 37 प्रतिशत हो गया है।

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ग्रामीण महिलाओं की सहभागिता

प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्र में पेयजल की गुणवत्ता के प्रति जागरूकता लाने और जल गुणवत्ता के परीक्षण कार्य में ग्रामीण महिलाओं की सहभागिता सुनिश्चित की जा रही है। इसके लिए उन्हें प्रशिक्षण दिया जा रहा है। मध्यप्रदेश के प्रत्येक ग्रामीण परिवार को जल जीवन मिशन में वर्ष 2024 तक नल से जल उपलब्ध कराने का लक्ष्य रखा गया है।

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