Nusrat Jahan flat fraud case: एक्ट्रेस से तृणमूल कांग्रेस सांसद बनीं नुसरत जहां की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं। कोलकाता की एक अदालत ने मंगलवार को फैसला सुनाया कि नुसरत जहां को एक रियल एस्टेट कंपनी के निदेशक के रूप में उनके संघ से संबंधित एक मामले में अदालत के सामने पेश होना होगा, जिसने कथित तौर पर वरिष्ठ नागरिकों को सस्ती दरों पर फ्लैट उपलब्ध कराने का वादा करके कई करोड़ रुपये जुटाए थे।
पिछले साल सितंबर में कोर्ट ने नुसरत जहां को इस मामले में पेश होने का आदेश दिया था। हालाँकि, उन्होंने इस आदेश को ऊपरी अदालत में चुनौती दी। अदालत ने मंगलवार को आदेश को बरकरार रखा। नुसरत जहां पहले रियल एस्टेट कंपनी सेवन सेंसेज इंफ्रास्ट्रक्चर प्राइवेट लिमिटेड की निदेशक थीं। लिमिटेड पिछले साल सितंबर में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने धोखाधड़ी मामले में नुसरत जहां से पूछताछ की थी।
फ्लैट देने का किया था वादा
आरोप है कि फर्म ने वरिष्ठ नागरिकों को आकर्षक दरों पर आवासीय फ्लैट देने का वादा करके उनसे कई करोड़ रुपये एकत्र किए। शिकायत के अनुसार, उन्हें फ्लैट उपलब्ध कराने के बजाय, उनके पैसे का इस्तेमाल नुसरत जहां सहित निदेशकों द्वारा निजी आवासीय आवास खरीदने के लिए किया गया था।
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नुसरत जहां ने आरोपों से किया था इनकार
हालाँकि, नुसरत जहाँ ने आरोपों से इनकार किया था और दावा किया था कि उन्होंने उक्त रियल एस्टेट कंपनी से लगभग 1.16 करोड़ रुपये का ऋण लिया था, और ब्याज सहित 1. 40 करोड़ रुपये से अधिक का ऋण चुका दिया था।
वहीं उन्होंने मीडिया के सवालों का जवाब नहीं दिया कि आवास ऋण देने वाले बैंक या पंजीकृत वित्तीय संस्थान के बजाय स्थानीय रियल एस्टेट फर्म से ऋण क्यों लिया।
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