पलवलः 31 जुलाई को नूंह में भड़की हिंसा (Nuh Violence) के बाद पलवल में तोड़फोड़ और आगजनी का दौर अभी भी नहीं रुक रहा है। भीड़ ने बुधवार रात तीन दुकानों और एक टेम्पो में आग लगा दी और पानी के बूस्टर में तोड़फोड़ की। गुरुवार को पलवल शहर में अधिकतर बाजार खुले रहे। सरकारी और निजी स्कूल-कॉलेज बंद रहे। पुलिस लगातार सड़कों, बाजारों और चौराहों पर गश्त कर रही है।
टायरों में लगाई आग
बताया कि कुछ युवकों ने गली में खड़े टेंपो को जला दिया। यहां एक विशेष समुदाय का व्यक्ति किराए के मकान पर रहता था। रात में 10-15 युवक आये और घर के बाहर खड़े टेंपो में तोड़फोड़ कर आग लगा दी। एक अन्य घटना में, 10-15 बदमाशों ने एक स्क्रैप यार्ड में पुराने टायरों में आग लगा दी।
पुलिस के पहुंचने से पहले भागे बदमाश
चांदहट थाना प्रभारी कैलाश भड़ाना ने गुरुवार को बताया कि दंगे के चलते पुलिस टीम गश्त पर थी, तभी सूचना मिली कि रसूलपुर गांव में एक विशेष समुदाय के 40-45 उपद्रवियों ने पुराने धार्मिक स्थल में तोड़फोड़ की और आग लगा दी। आरोपी युवक हाथों में लाठी-डंडे लेकर आए थे। पुलिस मौके पर पहुंची, लेकिन उससे पहले बदमाश भाग चुके थे। आस-पड़ोस के लोगों से पूछा तो उन्होंने बताया कि बदमाशों ने मुंह पर कपड़ा बांध रखा था।
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उल्लेखनीय है कि बता दें कि यह हिंसा ब्रज मंडल शोभा यात्रा के दौरान पुन्हाना में पथराव के बाद हुई थी। उपद्रवियों ने वाहनों को आग के हवाले कर दिया। स्थिति को देखते हुए नूंह में फरीदाबाद, पलवल और गुरुग्राम जिलों से अतिरिक्त पुलिस बल और अर्धसैनिक बल तैनात किए गए थे।
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