चंडीगढ़ः हरियाणा की जेलों में बंद महिलाएं व बच्चे भी अब पढ़ाई करेंगे। प्रदेश सरकार ने शिक्षा विभाग से जेलों में ड्यूटी देने के लिए प्रतिनियुक्ति पर जाने वाले अध्यापकों की सूची मांग ली है। इस कार्य में जेबीटी अध्यापकों को लगाया जाएगा। शिक्षा निदेशालय ने जिला मौलिक शिक्षा अधिकारियों को पत्र लिखकर इस बारे में निर्देश जारी कर दिए हैं।
हरियाणा की जेलों में इस समय भारी संख्या में महिलाएं बंद हैं। इनमें ज्यादातर दहेज उत्पीड़न, दहेज हत्या के अलावा कुछ संगीन मामलों में सजा काट रही हैं। इन महिलाओं के साथ उनके बच्चे भी जेलों में हैं। जिनकी उम्र कम होने के चलते उन्हें बाल सुधार गृह नहीं भेजा जा सकता है। इसके अलावा बहुत से कैदी व बंदी ऐसे हैं जो जेलों में रहकर ही पढ़ाई कर रहे हैं। ऐसे कैदियों के लिए पढ़ाई की व्यवस्था सरकार द्वारा करवाई जाती है।
यह भी पढ़ेंः-राजस्थान से आ रही 3 लाख की अवैध शराब जब्त, 2 गिरफ्तार
हरियाणा के स्कूलों को शिक्षकों को पहले भी प्रतिनियुक्ति पर जेलों में भेजा जाता रहा है। इनमें से कई अध्यापक या तो सेवानिवृत्त हो चुके हैं या उनके तबादले हो चुके हैं जिसके चलते प्रदेश की जेलों में अध्यापकों के पद खाली हैं। जेल विभाग ने केंद्रीय कारागार हिसार, जिला कारागार पलवल तथा रेवाड़ी को छोड़कर प्रदेश के अन्य सभी जिलों में चल रहे जेलों में अध्यापकों की नियुक्ति का फैसला किया है। जेल विभाग के पत्र के आधार पर निदेशक मौलिक शिक्षा हरियाणा ने प्रदेश के सभी जिला मौलिक शिक्षा अधिकारियों को पत्र भेजकर जेलों में डयूटी देने के इच्छुक जेबीटी अध्यापकों की प्रतिनियुक्ति सूची मांगी है। इस ड्यूटी के लिए महिला व पुरूष दोनों ही श्रेणी के अध्यापक आवेदन कर सकेंगे।