Friday, November 29, 2024
spot_img
spot_img
spot_imgspot_imgspot_imgspot_img
Homeआस्थाअब हर तरफ गूंजेंगी माता रानी की जय-जयकार, जानें कलश स्थापना का...

अब हर तरफ गूंजेंगी माता रानी की जय-जयकार, जानें कलश स्थापना का शुभ मुहूर्त

लखनऊः शारदीय नवरात्र 7 अक्टूबर से शुरू हो जाएंगे। अब अगले आठ दिनों तक माता की जय जयकार सुनाई देगी। नवरात्र की हर एक तिथि को मां के नौ रूपों की अलग-अलग पूजा की जाती है। आश्विन मास की शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा से नवमी तक शारदीय नवरात्र होते हैं। इस साल नवरात्रि 7 से 15 अक्टूबर तक है। 7 अक्टूबर, गुरुवार को प्रतिपदा तिथि को सूर्य और चंद्रमा कन्या राशि में रहेंगे। कलश स्थापना प्रातःकाल कन्या लग्न में 6.02 से 6.50 बजे तक व अभिजीत मुहूर्त में 11.30 बजे से 12.17 बजे के बीच करना शुभ रहेगा। उधर देवी मंदिरों में आज तैयारियां जोरों पर थीं। मंदिर को बिजली की झालरों से सजाया जा रहा था। नवरात्र पूजन को लेकर भक्तों में उत्साह दिखा।

देवी पूजन व कलश स्थापना का मुहूर्त
प्रतिपदा तिथि 6 अक्टूबर को सायंकाल 4.34 बजे से शुरू होकर 7 अक्टूबर को दिन में 1.46 बजे तक रहेगी। इस दिन प्रातःकाल 6.02 से 6.50 बजे तक व अभिजीत मुहूर्त दिन में 11.30 से 12.17 बजे तक कलश स्थापना करना शुभ रहेेगा। नवरात्रि के प्रथम दिन माता शैलपुत्री की पूजा की जाएगी।

चतुर्थी तिथि की होगी हानि
इस साल नवरात्रि 8 दिनों की होगी। तृतीया व चतुर्थी तिथि दोनों एक ही दिन 9 अक्टूबर, शनिवार को पड़ जाएगी। शनिवार को प्रातः 7ः48 बजे तक तृतीया है और बाद में चतुर्थी प्रारम्भ होगी। चतुर्थी की हानि है। तृतीय और चतुर्थी दोनों की पूजा एक दिन 9 अक्टूबर को करना ही शुभ रहेगा।

ये हैं नवरात्र की तिथियां
शारदीय नवरात्र तिथियां 7 अक्टूबर को प्रतिपदा तिथि को मां शैलपुत्री की पूजा, 8 तारीख द्वितीय को मां ब्रह्मचारिणी की पूजा, 9 को तृतीय को मां चंद्रघंटा व मां कुष्मांडा, दोनों की पूजा एक ही दिन होगी। 10 अक्टूबर पंचमी को स्कंदमाता की पूजा, 11 अक्टूबर को षष्ठी को मां कात्यायनी की पूजा, 12 को सप्तमी को मां कालरात्रि की पूजा, अष्टमी, 13 अक्टूबर को मां महागौरी की पूजा व अंतिम दिन 14 अक्टूबर को नवमी तिथि में मां सिद्धिदात्री की पूजा की जाएगी। 15 अक्टूबर को दशमी तिथि पर विजयादशमी या दशहरा का पर्व मनाया जायेगा।

यह भी पढ़ें-राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्डः फायरमैन और असिस्टेंट फायर ऑफिसर भर्ती की…

मां दुर्गा की प्रसन्नता से दूर होते हैं कष्ट
नवरात्र में घट स्थापना, जौ बोने, दुर्गा सप्तशती का पाठ, हवन व कन्या पूजन से मां दुर्गा प्रसन्न होती हैं। साधक के सभी रोग कष्ट दूर होते हैं। इच्छाएं पूर्ण होती हैं।

(अन्य खबरों के लिए हमें फेसबुक और ट्विटर  पर फॉलो करें व हमारे यूट्यूब चैनल को भी सब्सक्राइब करें…)

सम्बंधित खबरें
- Advertisment -spot_imgspot_img

सम्बंधित खबरें