प्रदेश विशेष उत्तर प्रदेश Featured हेल्थ

अब ऑक्सीजन की कमी से नही घुटेगा मासूमों का दम

 

लखनऊ: अगस्त 2017 में गोरखपुर के बीआरडी मेडिकल काॅलेज में 48 घंटों में 36 बच्चों की मौत हुई थी। इस घटना के बाद कई लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया था। अस्पताल की ओर से बताया गया था कि ऑक्सीजन की कमी के चलते ऐसे हालात पैदा हुए। इसके बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अस्पतालों में आक्सीजन की कमी दूर करने के लिए प्रयास शुरू कर दिये थे। इसी का नतीजा है, आईनॉक्स एपी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गाजियाबाद के मोदीनगर में आईनॉक्स एयर प्रोडक्ट्स द्वारा संचालित यूपी के सबसे बड़े एयर सेप्रेशन प्लांट का उद्घाटन किया, जिससे अब उम्मीद बंधी है कि ऑक्सीजन की कमी से मासूमों का दम नही घुटेगा।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जुलाई 2018 में इस गैस संयंत्र का शिलान्यास किया था। 200 टन प्रति दिन की क्षमता वाला एयर सेपरेशन प्लांट उत्तर प्रदेश में सबसे बड़ा गैस प्लांट है। इसमें लिक्विड ऑक्सीजन, लिक्विड नाइट्रोजन और लिक्विड हाईड्रोजन का उत्पादन शुरू कर दिया गया है। इस 150 टीपीडी की लिक्विड ऑक्सीजन उत्पादन क्षमता वाले नए प्लांट के शुरू होने से राज्य की कुल उत्पादन क्षमता 115 टीपीडी से 265 टीपीडी हो जाएगी।

अस्पतालों को मिलेगी मदद

नवनियुक्त गैस संयंत्र 200 से अधिक अस्पतालों और मेडिकल कॉलेजों की ऑक्सीजन की मांग को पूरा करेगा। राज्य में औद्योगिक गैस की आवश्यकता को भी पूरा करने में यह मददगार साबित होगा। अल्ट्रा-हाई प्योरिटी क्रायोजेनिक ऑक्सीजन प्लांट को आईनॉक्स एयर प्रोडक्ट्स द्वारा कमीशन किया गया है। यह भारत के इंडस्ट्रियल और मेडिकल गैस के सबसे बड़े उत्पादकों में से एक है। 200 टन प्रति दिन (टीपीडी) की क्षमता वाला एयर सेपरेशन प्लांट लिक्विड ऑक्सीजन, लिक्विड नाइट्रोजन और लिक्विड आर्गन का उत्पादन करेगा। इस संयंत्र के चालू होने से राज्य में 115 टन से ऑक्सीजन उत्पादन की वर्तमान क्षमता 265 टन प्रतिदिन हो गई है। आईनॉक्स ग्रुप के निदेशक सिद्धार्थ जैन ने नए प्लांट के बारे में कहा कि मोदीनगर में यह नया प्लांट राष्ट्र की सेवा के साथ ही सरकार का समर्थन कर रहा है।

यह भी पढ़ें- कुबेर की परेशानी बन गया था रावण

135 करोड़ रुपये की लागत आई

एक हजार मैट्रिक टन के भंडारण क्षमता और एक मजबूत वितरण ढांचे के साथ आईनॉक्स एपी लिक्विड ऑक्सीजन व अन्य गैसेज की आपूर्ति के इस महत्वपूर्ण कार्य को 15 विशेष क्रायोजेनिक टैंकरों के अपने बेड़े के साथ कर सकता है। इन टैंकर्स में कुल 2.3 लाख लीटर ऑक्सीजन की भंडारण क्षमता है। कुल 135 करोड़ रुपये लागत की इस परियोजना से राज्य में 150 प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रोजगार के अवसर भी पैदा होंगे।

आईनॉक्स एपी, दूसरे दौर में उत्तर प्रदेश सरकार के सहयोग से मध्यांचल क्षेत्र में लगभग 150 करोड़ रुपये के निवेश से एक और अल्ट्रा हाई प्योरिटी क्रायोजेनिक लिक्विड ऑक्सीजन प्लांट स्थापित करने जा रहा है। वर्तमान में, आईनॉक्स एपी देश में कुल मेडिकल ऑक्सीजन की मांग का 60 प्रतिशत से अधिक पूरा करता है। सभी आईनॉक्स एपी इकाईयां 550 टैंकरों और 600 ड्राइवरों के समर्पित बेड़े के माध्यम से 800 से अधिक अस्पतालों में मेडिकल ऑक्सीजन की निरंतर उत्पादन और निर्बाध आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए काम कर रही हैं।

एमपी में हो चुकी है किल्लत

बीते सप्ताह मध्य प्रदेश में ऑक्सीजन की किल्लत हो चुकी है। इसकी कमी से निपटने के लिए केंद्र सरकार ने 50 टन ऑक्सीजन दिया था। यहां जिलों में कहीं ऑक्सीजन सिलेंडर नहीं है तो कहीं दाम दोगुने पर बिक रहे थे।