कोलकाताः पश्चिम बंगाल सरकार ने राज्य के मेडिकल कॉलेजों में डॉक्टरों की परीक्षा प्रणाली को पारदर्शी बनाने के उद्देश्य से कई सख्त कदम उठाए हैं। अब परीक्षाओं में किसी भी तरह की गड़बड़ी या नकल की संभावनाओं को खत्म करने के लिए मेडिकल परीक्षाओं का लाइव स्ट्रीमिंग किया जाएगा। पश्चिम बंगाल स्वास्थ्य विश्वविद्यालय ने इस नई व्यवस्था को लागू करने का फैसला किया है, जिससे विश्वविद्यालय के अधिकारी परीक्षा के दौरान CCTV कैमरों की निगरानी में परीक्षा देख सकेंगे।
हेल्थ यूनिवर्सिटी को भेजी जाएगी CCTV की रिकॉर्डिंग
पिछले महीने 21 अक्टूबर को जूनियर डॉक्टरों के प्रतिनिधियों के साथ मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की बैठक में परीक्षा में गड़बड़ी के कई मामले सामने आए थे। इस पर कड़ा रुख अपनाते हुए मुख्यमंत्री ने परीक्षा में अनुचित साधनों के इस्तेमाल को रोकने के निर्देश दिए थे और कहा था कि अब किसी को भी परीक्षा के दौरान ‘गलत काम’ करने का मौका नहीं दिया जाएगा। इसके तहत अब परीक्षा केंद्रों में सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे और पूरी परीक्षा की रिकॉर्डिंग की जाएगी, जिसे एक साल तक विश्वविद्यालय में सुरक्षित रखा जाएगा। परीक्षा के दौरान सभी मेडिकल कॉलेजों में सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे और सारी रिकॉर्डिंग हेल्थ यूनिवर्सिटी को भेजी जाएगी। परीक्षा समाप्ति के तीन दिन के अंदर फुटेज संबंधित महाविद्यालयों को भेजना अनिवार्य होगा, अन्यथा उस महाविद्यालय का परीक्षा परिणाम घोषित करने पर रोक लगा दी जाएगी।
हर नियम का होगा सख्ती के साथ पालन
परीक्षा केंद्रों में अभ्यर्थियों की हर गतिविधि पर कड़ी नजर रखने के लिए सुरक्षा के कई इंतजाम किए गए हैं। किसी भी अभ्यर्थी को परीक्षा के दौरान अनुचित साधनों का प्रयोग करने से रोकने के लिए सख्त निर्देश दिए गए हैं। यहां तक कि परीक्षा के दौरान शौचालय का प्रयोग करते समय भी अभ्यर्थियों पर कड़ी निगरानी रखी जाएगी, ताकि शौचालय का दुरुपयोग न हो सके।
प्रश्नपत्रों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए भी विशेष कदम उठाए गए हैं। प्रत्येक परीक्षा से एक दिन पहले प्रश्नपत्र डाउनलोड किए जाएंगे, जिनकी छपाई संबंधित अधिकारी की मौजूदगी में सीसीटीवी कैमरों की निगरानी में ही की जाएगी। परीक्षा के दिन प्रश्नपत्र खोलने से लेकर उनके वितरण तक की सभी गतिविधियों पर भी कैमरों की नजर रहेगी।
यह भी पढ़ेंः-सीएम मोहन यादव ने कहा- रांची को ‘करांची’ बनाना चाहते हैं कांग्रेस और हेमंत सोरेन
परीक्षा केंद्रों में पर्याप्त संख्या में पुलिसकर्मी तैनात रहेंगे, ताकि किसी भी तरह की अनियमितता को रोका जा सके। परीक्षा हॉल में प्रवेश करने से पहले सभी अभ्यर्थियों की गहन तलाशी ली जाएगी। परीक्षा की हर प्रक्रिया को पारदर्शी बनाने के लिए परीक्षकों, निरीक्षकों और केंद्र प्रभारियों की तैनाती पर भी सख्त निर्देश जारी किए गए हैं।
(अन्य खबरों के लिए हमें फेसबुक और ट्विटर पर फॉलो करें व हमारे यूट्यूब चैनल को भी सब्सक्राइब करें)