Rajasthan, जयपुर: अब जल्द ही जयपुर में कचरे से बिजली का उत्पादन शुरू हो जाएगा। प्लांट के संचालन को लेकर शुक्रवार को नगर निगम हेरिटेज मुख्यालय में हेरिटेज निगम आयुक्त अरुण कुमार हसीजा और जिंदल अर्बन वेस्ट मैनेजमेंट कंपनी के बीच एमओयू साइन हुआ। कंपनी कचरे से ऊर्जा प्रोजेक्ट में करीब 350 करोड़ रुपए का निवेश करेगी। इसके लिए भारत सरकार की पावर फाइनेंस कॉरपोरेशन लिमिटेड से 192 करोड़ रुपए का लोन भी मिलेगा। वहीं, प्लांट शुरू होने के बाद जिंदल ग्रुप हेरिटेज निगम को 66 रुपए प्रति टन के हिसाब से देगा। इस तरह हेरिटेज निगम को एक महीने का करीब 20 लाख रुपए का रेवेन्यू मिलेगा।
Rajasthan: रोजाना लगेगा एक टन का कचरा
हेरिटेज निगम आयुक्त अरुण कुमार हसीजा ने बताया कि कचरे से ऊर्जा प्रोजेक्ट पर काफी समय से काम चल रहा था। अब यह लगभग बनकर तैयार हो गया है। ऐसे में प्लांट के संचालन के लिए शुक्रवार को जिंदल ग्रुप और पावर फाइनेंस कॉरपोरेशन लिमिटेड के अधिकारियों के साथ एमओयू किया गया है। जयपुर शहर के लिए यह बड़ी उपलब्धि है। प्लांट के संचालन के लिए निगम को रोजाना एक हजार टन कचरा मिलेगा। फिलहाल हेरिटेज निगम इसे डोर-टू-डोर और डिपो से एकत्रित कर रहा है। इस दौरान अतिरिक्त मुख्य अभियंता श्रवण कुमार वर्मा, जिंदल ग्रुप के वित्त निदेशक प्रणय कुमार, उप महाप्रबंधक हरि प्रसाद सिंह, प्लांट हेड धीरज अग्रवाल, पावर फाइनेंस कॉरपोरेशन लिमिटेड से लीजा रे मौजूद रहे।
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प्लांट शुरू होते ही निगम को राजस्व का फायदा होगा
कमिश्नर अरुण हसीजा ने बताया कि इस प्लांट के संचालन के लिए हेरिटेज निगम को जिंदल ग्रुप से लॉयल्टी भी मिलेगी, जो प्रति टन कचरे पर 66 रुपए होगी। ऐसे में अनुमान लगाया गया है कि निगम को प्रतिमाह करीब 20 लाख रुपए का राजस्व मिलेगा। कमिश्नर ने बताया कि कंपनी की ओर से इसी माह प्लांट का ट्रायल किया जाएगा और इसी वित्तीय वर्ष में प्रोजेक्ट शुरू हो जाएगा।
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