Home उत्तर प्रदेश नोएडा लिफ्ट हादसाः चार और मजदूर हारे जिंदगी की जंग, अब तक...

नोएडा लिफ्ट हादसाः चार और मजदूर हारे जिंदगी की जंग, अब तक आठ लोगों की गयी जान

noida-lift-accident

गौतमबुद्धनगरः ग्रेटर नोएडा में आम्रपाली की निर्माणाधीन बिल्डिंग ड्रीम वैली-2 में शुक्रवार को लिफ्ट गिरने से अब तक आठ मजदूरों की मौत हो चुकी है। हादसे में घायल चार मजदूरों की शनिवार को मौत हो गई, जबकि शुक्रवार को हुए हादसे में चार लोगों की मौत हो गई थी। प्रारंभिक जांच में पता चला है कि कंस्ट्रक्शन कंपनी और एनबीसीसी के अधिकारियों ने सुरक्षा मानकों की अनदेखी की है।

एनबीसीसी के दो महाप्रबंधकों समेत नौ लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। हादसे में मरने वालों को कंपनी 25-25 लाख रुपये मुआवजा देगी, जबकि परिजन कंपनी के खिलाफ कार्रवाई और 50-50 लाख रुपये मुआवजे की मांग कर रहे थे। शुक्रवार को बिसरख थाना क्षेत्र में हुए हादसे के बाद वहां सील कर पीएसी तैनात कर दी गई है। यह बिल्डिंग आम्रपाली ग्रुप की है लेकिन इसे एनबीसीसी ने अपने कब्जे में ले लिया है। हादसे में मरने वालों में बिहार राज्य के इस्ताक अली (23), अरुण तांती मंडल (40), विपोत मंडल (45), उत्तर प्रदेश राज्य के अमरोहा जनपद निवासी आरिस खान (22), अरबाज अली, मान अली (23) और कन्नौज निवासी कुलदीप पाल (20) है। अन्य मजदूर घायल है।

साइट पर काम कर रहे मजदूरों ने भी बताया कि लिफ्ट काफी पुरानी और जर्जर हालत में थी। उसमें सवार होते समय उन्हें डर था कि कहीं कोई बड़ा हादसा न हो जाए। उन्होंने इस बारे में अधिकारियों को भी सूचित किया था, लेकिन उनकी ओर से कोई कार्रवाई नहीं की गई। अधिकारियों ने सुरक्षा उपकरणों के भी पर्याप्त इंतजाम नहीं किये थे। पीड़ित परिवार 50 लाख रुपये मुआवजा और दोषियों पर कार्रवाई की मांग पर अड़ा हुआ था। जिलाधिकारी मनीष कुमार वर्मा ने बताया कि हादसे में जान गंवाने वाले मजदूरों के आश्रितों के खाते में 25-25 लाख रुपये की आर्थिक सहायता 24 घंटे के अंदर भेज दी जाएगी।

ये भी पढ़ें..मध्य प्रदेश में मूसलाधार बारिश का कहर, टूटा कई सालों का…

इन राशियों में से प्रत्येक को 5 लाख रुपये कोर्ट रिसीवर द्वारा दिए जाएंगे और 20-20 लाख रुपये एनबीसीसी द्वारा दिए जाएंगे। घायलों को बेहतर इलाज मुहैया कराने की जिम्मेदारी भी एनबीसीसी की होगी। उधर, इस मामले में नामजद गिरधारी कंस्ट्रक्शन के जीएम हरियाणा निवासी हरीश वर्मा ने कहा कि उन्होंने 29 अगस्त को कंपनी से इस्तीफा दे दिया था। उनका इस हादसे से कोई लेना-देना नहीं है। इसके अलावा जिन अन्य लोगों से संपर्क करने की कोशिश की गई उनका फोन बंद कर दिया गया।

(अन्य खबरों के लिए हमें फेसबुक और ट्विटर पर फॉलो करें व हमारे यूट्यूब चैनल को भी सब्सक्राइब करें)

Exit mobile version