रसायन शास्त्र के लिए नोबेल पुरस्कार का ऐलान, बरटोजी, शार्पलेस-मेलडॉल को मिलेगा प्रतिष्ठित सम्मान

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स्टॉकहोमः दुनिया के सर्वाधिक प्रतिष्ठित नोबेल पुरस्कारों के ऐलान का सिलसिला जारी है। बुधवार को रसायन शास्त्र के लिए नोबेल पुरस्कार की घोषणा की गयी। दो अमेरिकी वैज्ञानिकों कैरोलिन आर. बेरटोजी और के. बैरी शार्पलेस और डेनमार्क के वैज्ञानिक मॉर्टेन मेलडॉल को संयुक्त रूप से रसायन शास्त्र का नोबेल मिला है। दुनियाभर में विज्ञान, साहित्य, चिकित्सा और शांति के क्षेत्र में काम करने वालों को नोबेल पुरस्कारों के ऐलान की प्रतीक्षा रहती है। ये पुरस्कार कम इन क्षेत्रों में वैश्विक रूप से श्रेष्ठ मान्यता का प्रतीक माने जाते हैं। बुधवार को रसायन शास्त्र के लिए नोबेल पुरस्कारों का ऐलान हुआ।

रॉयल स्वीडिश एकेडमी ऑफ साइंसेज ने अमेरिका के स्टैनफोर्ड विश्वविद्यालय की कैरोलिन आर. बेरटोजी, डेनमार्क के कोपेनहेगन विश्वविद्यालय के मॉर्टेन मेलडॉल और अमेरिका के स्क्रिप्स रिसर्च सेंटर के के. बैरी शार्पलेस को रसायन शास्त्र के लिए नोबेल पुरस्कार दिये जाने की घोषणा की। इन वैज्ञानिकों को क्लिक केमिस्ट्री और बायोऑर्थोगोनल केमिस्ट्री के विकास के लिए यह पुरस्कार मिला है। इससे पहले मंगलवार को फ्रांसीसी वैज्ञानिक एलेन एस्पेक्ट, अमेरिकी वैज्ञानिक जॉन एफ क्लॉजर और ऑस्ट्रियाई वैज्ञानिक एंटोन जिलिंगर को संयुक्त रूप से भौतिकी के लिए नोबेल पुरस्कार से सम्मानित किए जाने की घोषणा हुई थी। इन तीनों वैज्ञानिकों ने अलग-अलग काम करते हुए क्वांटम मैकेनिक्स के क्षेत्र में विशिष्ट शोध किया है। यह शोध उस प्रक्रिया पर केंद्रित है, जहां किसी पदार्थ के दो कण अलग-अलग होकर भी एक इकाई के रूप में काम करते हैं। इन वैज्ञानिकों के शोध परिणामों ने क्वांटम सूचना तंत्र के आधार पर नई तकनीक के विकास का पथ प्रशस्त किया है।

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इससे पहले सोमवार को मेडिसिन के लिए स्वीडन के आनुवांशिकी विशेषज्ञ स्वांते पाबो को वर्ष 2022 के लिए नोबेल पुरस्कार दिये जाने की घोषणा हुई थी। स्वीडन के आनुवांशिकी विशेषज्ञ स्वांते पाबो को विलुप्त होमिनिन और मानव विकास के जीनोम से संबंधित उनकी खोजों के लिए वर्ष 2022 का नोबेल पुरस्कार देने का ऐलान हुआ है। स्वांते पाबो विकासवादी आनुवंशिकी के क्षेत्र में विशेषज्ञता रखते हैं। पैलियोजेनेटिक्स के संस्थापकों में एक स्वांते पाबो ने निएंडरथल जीनोम पर बड़े पैमाने पर काम किया है। गुरुवार को साहित्य के लिए नोबेल पुरस्कार की घोषणा की जाएगी।

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