भोपालः मध्य प्रदेश में आतंकी साजिश के एक बड़े मॉड्यूल का खुलासा हुआ है। एमपी और तेलंगाना एटीएस ने राजधानी भोपाल, छिंदवाड़ा और हैदराबाद से कट्टरपंथी इस्लामिक संगठन हिज़्ब-उत-तहरीर (HUT) से जुड़े 16 लोगों को गिरफ्तार किया है। इनमें से 10 भोपाल से, एक छिंदवाड़ा और पांच हैदराबाद से गिरफ्तार किए गए। गिरफ्तार आरोपितों को रिमांड पर लेकर आगे की पूछताछ की जा रही है। वहीं, हैदराबाद से गिरफ्तार किए गए संदिग्ध आतंकियों को भोपाल लाया जा रहा है। यह जानकारी बुधवार को मध्य प्रदेश के गृहमंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने दी।
हिब्ज-उत-तहरीर से जुड़े 11 लोगों को रिमांड पर लिया
एटीएस ने मंगलवार सुबह भोपाल और छिंदवाड़ा में छापेमारी कर दोनों जगहों से 11 लोगों को गिरफ्तार किया है। उनके कट्टरपंथी इस्लामी संगठन हिज़्ब-उत-तहरीर से संबंध होने के प्रमाण मिले हैं। वहीं, HUT के पांच सदस्यों को हैदराबाद से गिरफ्तार किया गया है। गिरफ्तार लोगों में भोपाल गैस त्रासदी कार्यकर्ता का एक रिश्तेदार भी शामिल है। आरोपियों के पास से भारी मात्रा में तकनीकी उपकरण, देशद्रोही और जिहादी साहित्य, विस्फोटक बनाने का साहित्य और सामग्री और डिजिटल दस्तावेज बरामद किए गए हैं।
गृह मंत्री डॉ. मिश्रा ने बताया कि भोपाल से गिरफ्तार हिब्ज-उत-तहरीर से जुड़े 11 लोगों को रिमांड पर लेकर पूछताछ की जा रही है। वहीं, हैदराबाद से गिरफ्तार संगठन के पांच अन्य लोगों को भोपाल लाया जा रहा है। गिरफ्तार आरोपी रायसेन के जंगलों में हथियार चलाने का प्रशिक्षण लेता था। साथ ही संस्था के सदस्यों को की जा रही फंडिंग की जांच की जा रही है। गिरफ्तार आरोपियों के खिलाफ यूएपीए व अन्य धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है।
एटीएस ने इन्हें किया गिरफ्तार
एटीएस ने भोपाल के शाहरुख, मिस्बाह, शाहिद, सैयद दानिश अली,यासिर खान, सैयद सामी रिजवी, अब्दुर रहमान, मोहम्मद अब्बास अली, शेख जुनैद, मोहम्मद हमीद, महराज, खालिद हसन, वसीम खान, मो. हैदराबाद से मोहम्मद सलीम को छिंदवाड़ा से आलम और अब्दुल करीम के साथ गिरफ्तार किया गया है। भोपाल से गिरफ्तार किए गए 10 आरोपियों को 19 मई तक पुलिस रिमांड पर सौंपा गया है। गिरफ्तार आरोपी जिम ट्रेनर, कंप्यूटर टेक्नीशियन, दर्जी, ऑटो चालक के रूप में लोगों से घुलमिल कर देश विरोधी साजिशों में शामिल थे।
भोपाल से गिरफ्तार एक आरोपित कोहेफिज में एडुफोरम ट्यूटोरियल्स के नाम से कोचिंग सेंटर चलाता था। संगठन के सदस्य ड्रोन कैमरे से रेकी कर किसी बड़ी साजिश को अंजाम देने की फिराक में थे। एटीएस की गिरफ्त में आए आरोपित भोपाल से सटे रायसेन के जंगलों में गोपनीय रूप से क्लोज कॉम्बैट ट्रेनिंग कैंप में निशानेबाजी की प्रैक्टिस करते थे। जंगलों के बीच स्थित प्रशिक्षण कैंप में हैदराबाद से आए संगठन के संक्रिय सदस्य कैंप में शामिल सदस्यों को हथियार चलाने की ट्रेनिंग देते थे। इसके साथ ही संगठन के सदस्य भड़काऊ भाषणों के जरिए धार्मिक सभाएं कर लोगों में जिहादी साहित्य बांटते थे।
एचयूटी के सदस्यों के पास से आपत्तिजनक सामग्री बरामद
इसके साथ ही संगठन से जुड़े सदस्य ऐसे युवकों की पहचान कर लेते थे, जो उग्र स्वभाव के होते हैं और संगठन के लिए अपनी जान देने से भी नहीं हिचकिचाते। सभी आरोपी एक-दूसरे से संवाद करने के लिए डार्क वेब में प्रचलित ‘रॉकेट चैट’, ‘श्रीमा’ जैसे विभिन्न संचार ऐप और अन्य ऐप का इस्तेमाल करते थे, जिनका इस्तेमाल ज्यादातर ‘ISIS’ जैसे आतंकवादी संगठन करते हैं। गृह मंत्री डॉ. मिश्रा ने कहा कि एटीएस द्वारा पकड़े गए एचयूटी के सदस्यों के पास से आपत्तिजनक साहित्य भी बरामद किया गया है। इस संबंध में काफी दिनों से इनपुट मिल रहे थे, जिसके बाद यह कार्रवाई की गई। यह संगठन शरिया कानून को लागू करने के लिए किसी भी हद तक जाने और हिंसा का सहारा लेने में विश्वास रखता है।
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